इग्नू से करें स्नातक-स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स, 31 जनवरी तक कर सकते हैं घर बैठे आवेदन
महाविद्यालय विश्वविद्यालय में अपनी आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश न ले सके हों तो घबराने की बात नहीं है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर आप अपने काेर्स/ डिग्री को पूरा कर सकते हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। किसी कारणवश किसी महाविद्यालय, विश्वविद्यालय में अपनी आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश न ले सके हों, तो घबराने की बात नहीं है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर आप अपने काेर्स/ डिग्री को पूरा कर सकते हैं। यदि किसी रोजगारपरक पाठ्यक्रम में प्रवेश चाहते हैं तो स्नातक-स्नातकोत्तर के अलावा अनेक डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध हैं। इन पाठ्यक्रमों में 31 जनवरी तक प्रवेश लिया जा सकता है। इग्नू ने 110 पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
इग्नू के बीएचयू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक उपेंद्र नभ त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी क्षेत्रीय केंद्र के अंतर्गत पूर्वांचल के 19 जिलों के विभिन्न महाविद्यालयों में कुल 42 अध्ययन केंद्र खोले गए हैं। इसके अलावा जेल के कैदियों के लिए वाराणसी, गोरखपुर व प्रयागराज की जेलों में भी विशेष अध्ययन केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि इग्नू के सभी प्रमाणपत्र, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, स्नातक व स्नातकोत्तर कार्यक्रम यूजीसी से मान्यता प्राप्त हैं। इनमें प्रवेश प्रक्रिया पूर्णत: आनलाइन है। कोई भी प्रवेशार्थी वेबसाइट पर जाकर प्रवेश सुनिश्चित कर सकता है।
इग्नू के वाराणसी क्षेत्रीय केंद्र द्वारा संचालित कार्यक्रम : स्नातक : बीएजी, बीकामजी, बीएससीजी कार्यक्रमों में सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) के तहत छात्रों को पाठ्यक्रम चुनने का अवसर प्राप्त है। कला वर्ग के छात्र बीए में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र, इतिहास, उर्दू, संस्कृत, शिक्षाशास्त्र, दर्शनशास्त्र में स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं।
स्नातकोत्तर (एमए) : वाणिज्य, हिंदी, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, लोकप्रशासन इतिहास, उर्दू, अर्थशास्त्र, संस्कृत, शिक्षाशास्त्र, दर्शनशास्त्र, समाजकार्य, मनोविज्ञान, ज्योतिशास्त्र विषयों में उपलब्ध है।
राेजागरपरक कार्यक्रम : बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस, मास्टर इन लाइब्रेरी साइंस, पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातकोत्तर डिग्री एवं डिप्लोमा, आहार विज्ञान एवं खाद्य सेवा प्रबंधन में एमएससी डीएफएसएम जैसे स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के अलावा एमबीए में सीधे प्रवेश लिया जा सकता है।
महिलाओं के लिए उपयोगी पाठ्यक्रम : पोषण और शिशु देखभाल में प्रमाणपत्र, भोजन एवं पोषण में प्रमाणपत्र, पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा में डिप्लोमा, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा में डिप्लाेमा, आहार विज्ञान और खाद्य सेवा प्रबंधन में एमएससी।
छह माह के सर्टिफिकेट कार्यक्रम : सर्टिफिकेट इन फूड एंड न्यूट्रीशन (सीएफएन), पोषण और शिशु देखभाल (सीएनसीसी), पर्यटन अध्ययन (सीटीएस), व्यवसाय कौशल (सीबीएस), ग्राम विकास (सीआरडी), जैविक खेती (सीओएफ), मार्गदर्शन (सीआइजी), मानवाधिकार (सीएचआर)।
एकवर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम : पर्यटन अध्ययन (डीटीएस), पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा (डीएनएचई), प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (डीईसीई), अंग्रेजी में सृजनात्मक लेखन (डीसीई)।
स्नातकोत्तर डिप्लोमा : विद्यालय नेतृत्व एवं प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीएसएलएम), बौद्धिक संपदा अधिकारों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीआइपीआर), विस्तार एवं विकास अध्ययन में स्नातकोत्तर डिप्लाेमा (पीजीडीईडीएस), खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीएफएसक्यूएम), ग्रामीण विकास में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीआरडी), अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय संचालन में पीजी डिप्लोमा तथा वित्तीय विपणन अभ्यास, सांख्यिकी अनुप्रयोग, पर्यावरण एवं सतत विकास, कंप्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर डिप्लोमा।