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आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध वाले सुर पर जिला प्रशासन की पैनी नजर, आला अधिकारी कर रहे मॉनीटरिंग

नागरिकता कानून में संशोधन (सीएए) के विरोध बाद गुरुवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ सपा के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 19 Dec 2019 11:21 AM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2019 09:56 AM (IST)
आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध वाले सुर पर जिला प्रशासन की पैनी नजर, आला अधिकारी कर रहे मॉनीटरिंग
आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध वाले सुर पर जिला प्रशासन की पैनी नजर, आला अधिकारी कर रहे मॉनीटरिंग

आजमगढ़, जेएनएन। नागरिकता कानून में संशोधन (सीएए) के विरोध बाद गुरुवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ सपा के प्रदर्शन को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा। सुपर जोनल, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों के अलावा जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने भी कमान संभाल रखी थी। दोनों अधिकारियों ने सुबह से ही शहर क्षेत्र का भ्रमण कर एक-एक गतिविधि का जायजा लिया। उधर, प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के अलावा स्थानीय खुफिया इकाई के अधिकारी व कर्मचारी जगह-जगह सक्रिय दिखे।

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कानून-व्यवस्था और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए जिले को तीन सुपर जोन, आठ जोन और 30 सेक्टर में बांटा गया है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र सिंह, एसपी सिटी पंकज कुमार पांडेय के अलावा सुपर जोन में शामिल मुख्य राजस्व अधिकारी हरीशंकर पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। एसपी ग्रामीण एनपी सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गुरु प्रसाद गुप्ता, एसपी यातायात तारिक मोहम्मद भी अपने-अपने जोन में जिम्मेदारी संभाल रखे थे। तहसीलवार आठ जोन में सभी उप जिलाधिकारी के साथ तहसीलदार को मजिस्ट्रेट के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। थानावार तैनात मजिस्ट्रेटों ने खासतौर पर संवेदनशील क्षेत्र मुबारकपुर, शहर कोतवाली क्षेत्र, गंभीरपुर, सरायमीर और फूलपुर में दो-दो सेक्टर बनाए हैं। 

ग्रुप एडमिन के साथ ही मैसेज भेजने वाले भी अब जाएंगे जेल

सीएए को लेकर जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में सभी इंटरनेट सेवाएं तीन दिनों के लिए बंद करा दी है। इसी के साथ ही एसएमएस पर भी रोक लगा दी गई है। इसी के साथ की जहां पूरे जिले में पहले से ही धारा 144 लागू है, वहीं हाई अलर्ट भी घोषित कर दिया गया है। पुलिस की ओर से पांच दर्जन से अधिक अराजकतत्वों को चिह्नित किया गया है, जिनमें से पंद्रह अराजकतत्वों को पुलिस ने बुधवार की दोपहर तक गिरफ्तार कर लिया। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मऊ समेत आस-पास के जनपदों में हुए उपद्रव व ङ्क्षहसक घटनाओं की आंच जिले में भी आ चुकी है। शहर के अलावा मुबारकपुर कस्बे में भी एनआरसी व कैब को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने नोकझोंक के साथ ही पथराव किया था।

पुलिस व प्रशासन की सतर्कता से बवाल होते-होते बचा था। विरोध की आग धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में फैल रही है। एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया व नेट के माध्यम से कुछ खुराफाती तत्व भड़काऊ मैसेज पोस्ट करके जिले में अमन-चैन को बिगाडऩे पर तुले हुए हैं। इसलिए, एहतियात के तौर पर जिले में दो दिनों के लिए सभी इंटरनेट सेवाएं बंद करा दी गई हैं। साथ ही एसएमएस पर भी रोक लगा दी गई है। एसपी ने बताया कि जिले में धारा 144 पहले से ही लागू है, कहीं भी कोई धरना प्रदर्शन जुलूस निकालने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया व वाट्सएप ग्रुप, फेसबुक, ट्वीटर पर भी नजर रखी जा रही है। कोई भी भड़काऊ व आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट करेगा तो उसके साथ ही ग्रुप एडमिन के भी खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने बताया कि पांच दर्जन से अधिक अराजकतत्वों को चिन्हित किया गया है, वहीं पंद्रह से अधिक लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार कर लिया है।


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