Discussion on Exam 2021 : वाराणसी में टीवी पर तो कोई छात्र मोबाइल फोन से की पीएम सर की क्लास
Discussion on Exam 2021 पीएम सर की क्लास को लेकर वाराणसी के विद्यार्थी ही नहीं उनके अभिभावक व शिक्षक भी काफी उत्साहित थे। साढ़े छह बजे से कोई टीवी तो कोई मोबाइल फोन खोलकर पीएम के ऑनलाइन होने का इंजतार कर रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। Discussion on Exam बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और परिजनों से वर्चुअल संवाद किया। पीएम सर की क्लास को लेकर जनपद के विद्यार्थी ही नहीं उनके अभिभावक व शिक्षक भी काफी उत्साहित थे। साढ़े छह बजे से कोई टीवी तो कोई मोबाइल फोन खोलकर पीएम के ऑनलाइन होने का इंजतार कर रहा है। जैसे घड़ी में शाम सात बजे और प्रधानमंत्री ने लोगों का अभिवादन किया। तमाम विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों की आंखे चमक उठी। विद्यार्थियों ने ही नहीं उनके अभिभावकों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के परीक्षा पे चर्चा को सुना और गुना।
कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से बर्चुअल संवाद किया। ऑनलाइन संवाद शाम सात बजे से होने के कारण स्कूलों ने छात्र-छात्राओं को अपने-अपने घरों में ही पीएम के संवाद से जुडऩे का निर्देश दिया गया था। जनपद में करीब 1200 से अधिक विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं प्रधानमंत्री के संवाद के लिए जनपद के नौ विद्यार्थियों का चयन हुआ था। प्रधानमंत्री का वर्चुअल संवाद रात करीब 8.56 मिनट पर खत्म हुआ। इस प्रकार प्रधानमंत्री विद्यार्थियों, अभिभावकों व शिक्षकों करीब दो घंटे ऑनलाइन जुड़े रहे। इसके बावजूद बनारस के बच्चों का बारी नहीं आ सकी। इसके बावजूद बच्चों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी गई।
दूर हुआ परीक्षा का टेंशन
आर्यमहिला इंटर कालेज की कक्षा 12 की छात्रा अर्चना चौरसिया ने बताया कि प्रधानमंत्री की क्लास करने के बाद परीक्षा का टेंशन मुक्त हो गया। उन्होंने कहा कि सारी टेंशन परीक्षा हॉल के बाहर ही छोड़कर परीक्षा देने जाना चाहिए। वास्तव में परीक्षा के समय घबराहट में आता प्रश्न भी हम लोग भूल जाते हैं। इसके लिए उन्होंने कहा कि मन अशांत रहेबा तो चिंता भी रहेगा। टेंशन भरे माहौल में भूलना स्वभाविक हैं। उनकी यह बात मेरे मन में घर कर गई है। अब तनाव मुक्त होकर परीक्षा देंगे।
अंकों की ङ्क्षचता नहीं अब पढ़ाई पर करेंगे फोकस
इसी प्रकार केंद्रीय विद्यालय (बीएचयू) की कक्षा नौ की छात्रा आदिती कुमारी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि आप जो पढ़ते है वो आपके जीवन की सफलता व विफलता का पैमाना नहीं है। उनकी यह बात काफी अच्छी लगी। परीक्षा में अंक या अधिक अंक आने की चिंता अब दूर हो गई है। अब सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान फोकस करना है। नंबर पर नहीं। इसी प्रकार शिक्षकों व अभिभावकों को भी पीएम सर की हृदय को छू गई।