यात्रियों के टिकट बुकिंग में भेदभाव, वाराणसी कैंट स्टेशन से नहीं बनता बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस का जनरल टिकट
रेल यात्रियों के अनुसार ट्रेन में पं. दीनदयाल भभुआ कुदरा सासाराम डेहरी आनसोन रफीगंज गुरारु व गया और पटना तक लोग जाते हैं। बिहार के इन स्टेशनों से वाराणसी के लिए जनरल टिकट आसानी से मिल जा रहा है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। भारतीय रेलवे एक है फिर क्षेत्रों के अपने अलग - अलग नियम है। इसका खामियाजा आम यात्रियों को भुगतना पड़ता है। एक तरफ़ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस में पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के बुकिंग काउंटरों से अनारक्षित टिकट जारी किए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर रेलवे के कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर इस ट्रेन में इसकी मनाही है। ऐसे में नजदीकी जिलों में जाने के लिए भी यात्रियों को मजबूरन आरक्षण कराना पड़ता है। ऐसा ही वाकया बुधवार को कैंट स्टेशन पर दिखा। जब गाड़ी संख्या- 14224 बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस में अनारक्षित टिकट जारी न करने पर यात्रियों ने कड़ी आपत्ति जताई। टिकट खिड़की पर तैनात कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत की चेतावनी देकर लौट गए।
नाराजगी जताते हुए यात्रियों ने कहा कि इस ट्रेन में पं.दीनदयाल, भभुआ, कुदरा, सासाराम, डेहरी आनसोन, रफीगंज, गुरारु व गया और पटना तक के यात्रियों को आवागमन है। यात्रियों का कहना था कि बिहार के इन स्टेशनों से वाराणसी के लिए जनरल टिकट आसानी से मिल जा रहा है। लेकिन कैंट स्टेशन से उन स्टेशनों के टिकट के लिए आरक्षण कराने को कहा जाता है। जनरल टिकट नहीं दिया जा रहा। पूरे देश में रेलवे एक ही है, फिर यात्रियों के साथ ऐसा भेदभाव होने का क्या मतलब निकलता है। कुदरा के राहुल ने बताया ने बताया कि वह अभी दो दिन पूर्व अनारक्षित टिकट पर ही वाराणसी आये थे, लेकिन वापस जाने के लिए आरक्षण कराने की बात कर्मचारी कर रहे हैं। मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस में यहां से अनारक्षित टिकट जारी करने का नियम नहीं है।
जीआरपी ने लौटाया यात्री का बैग : ट्रेन में छूटा बैग पाकर यात्री ने राहत की सांस ली। इसके लिए जीआरपी का आभार भी जताया। जानकारी के अनुसार बुधवार को गाड़ी संख्या- 13009 दून एक्सप्रेस के डी-2 बोगी में यात्रा कर रहे भभुआ निवासी विवेक तिवारी काशी स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही पानी लेने प्लेटफार्म पर उतर गये, पानी के लिए कुछ दूर जाने के बाद उनकी ट्रेन छूट गयी। उनका सामान डी-2 बोगी में ही छूट गया। घबराये विवेक ने काशी आरपीएफ का सूचना दी। इसके बाद आरपीएफ ने इसकी सूचना वाराणसी जीआरपी को दी। ट्रेन के कैंट स्टेशन पर रुकते ही जीआरपी ने उक्त ट्रेन से यात्री का सामान उतार लिया। यात्री भी सड़क मार्ग से कैंट स्टेशन पहुंच गया। जीआरपी ने यात्री की तस्दीक कर सामान उसे सुपुर्द कर दिया।