पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लिंक रोड बलिया तक होने की घोषण से राहत, जोडऩे को मिले तीन विकल्प
प्रदेश सरकार के बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लिंक एक्सप्रेस-वे बलिया तक आने की घोषणा से बागी धरतीवासी आहृलादित हो उठे।
बलिया [डॉ. रवींद्र मिश्र] । मंगलवार को प्रदेश सरकार के बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लिंक एक्सप्रेस-वे बलिया तक आने की घोषणा से बागी धरतीवासी आहृलादित हो उठे। अब एक बार फिर फोरलेन की आस जग गई है। विधानसभा में बजट पेश होते ही सोशल मीडिया पर लोग खुशी में दिनभर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का मुद्दा उछालते रहे। बलिया लिंक एक्सप्रेस -वे के लिए 200 करोड़ों रुपये के बजट में प्रावधान किए गए हैं। इसकी मांग विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के मंत्री, सांसद, विधायक भी करते रहे हैं। इस धन को लेकर जमकर राजनीति भी होती रही है। सूबे की भाजपा सरकार यह दावा भी करती रही है कि वह सपा सरकार के मुकाबले कम धनराशि में लिंक एक्सप्रेस-वे बनवाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
बजट में हुई घोषणा के बाद जनपद के भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, मंत्री उपेंद्र तिवारी, आनंद स्वरुप शुक्ल, बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह, सिकंदरपुर विधायक संजय यादव, बेल्थरारोड विधायक धनन्जय कन्नौजिया सहित भाजपा के तमाम पदाधिकारियों को भी अब सुकून मिलेगा। वजह यह कि इससे पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर तक था। इस परियोजना की आधारशिला स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजगमढ़ में रखी थी....तब बलिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे न आने की बात पर जनपद के जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठ रहे थे। अब बजट में इसकी घोषणा के बाद सभी को राहत मिलेगी।
बलिया को मिलेंगे रोजगार के अवसर
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लिंक एक्सप्रेस-वे को बलिया तक लाने में जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों का संयुक्त रुप से प्रयास जारी था। इससे समय की बचत, ईंधन की बचत, दुर्घटनाओं में कमी के साथ-साथ कई तरह के अन्य लाभ भी जनपदवासियों को मिलेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लखनऊ, गाजीपुर, अमेठी, आजमगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी, मऊ अम्बेडकरनगर और सुल्तानपुर सहित कुल नौ जिले जुड़ रहे थे, अब लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से बलिया भी जुड़ जाएगा।
इस तरह सजेगा यह लिंक एक्सपेस-वे
जिस तरह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 500 मीटर पर वर्षा जल संचयन के लिए निर्माण कराने का प्रावधान है। निर्माण के दौरान उसमें 120 पुल भी बनने हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा। उसी तरह इस लिंक एक्सप्रेस-वे का भी निर्माण होगा। इससे जहां बलिया की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी वहीं विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
बलिया को एक्सप्रेस-वे से जोडऩे को मिले तीन विकल्प
पूर्वांचल एक्सप्रेसव-वे से बलिया को लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोडऩे के लिए पूर्व में तीन विकल्प दिए गए थे। विगत 22 जून को लिखे पत्र में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया था कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (लम्बाई 340.824 किमी) एनएच 731 पर स्थित ग्राम चांद सराय (लखनऊ) से प्रारम्भ होकर एनएच-31 पर स्थित ग्राम हैदरिया (गाजीपुर) पर समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे से बलिया को जोडऩे के लिए तीन विकल्पों का जिक्र करते हुए राय मांगी गई थी।
ये थे वह तीन विकल्प
पहला विकल्प : पहला विकल्प गाजीपुर-बलिया मार्ग एनएच-31 का है। इसके तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का अंतिम ङ्क्षबदु हैदरिया (गाजीपुर) है। यह एनएच-31 से बलिया से जुड़ा है। फिलहाल यह टू लेन है। इस मार्ग के फोर लेन अपग्रेडेशन के लिए एनएचएआई द्वारा डीपीआर तैयार किया जा चुका है। भविष्य में यह मार्ग फोर लेन हो जाएगा। इस विकल्प को अपनाने पर पूर्वांचल एक्सप्रेस से बलिया तक की दूरी 51 किमी होगी।
दूसरा विकल्प : पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बलिया को जोडऩे का दूसरा विकल्प मोहम्मदाबाद-चितबड़ागांव मार्ग है। यह भी फिलहाल टू लेन है। इस विकल्प के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से एनएच 31 (श्री जमुना राम डिग्री कालेज के पास) को जोड़ा जा सकता है। इस दशा में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बलिया तक की दूरी 35 किमी होगी। यह बलिया-लखनऊ की सबसे कम दूरी होगी।
तीसरा विकल्प : तीसरा विकल्प कासिमाबाद-रसड़ा मार्ग का है। वर्तमान में यह सड़क भी टू-लेन है। यूपीडा की ओर से प्रस्तुत इस विकल्प में लिखा है कि वर्तमान में उपलब्ध कासिमाबाद-रसड़ा मार्ग व राज्यमार्ग 34 के द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को एनएच 31 पर तीखा के पास जोड़ा जा सकता है। इस दिशा में एक्स्प्रेस-वे से बलिया तक की दूरी 52 किमी होगी।
अधिकतम 392 किमी दूर होगा लखनऊ
तीनों विकल्पों से लखनऊ-बलिया की दूरी अलग-अलग होगी। विकल्प एक अपनाने पर बलिया से लखनऊ की दूरी 392 किमी, विकल्प दो अपनाने पर 365 किमी तथा विकल्प तीन अपनाने पर बलिया से लखनऊ की दूरी 361 किमी होगी।