डायरिया ग्रस्त महिला की मौत के बाद 83 नए मरीज भर्ती, पालिका प्रशासन को मोहल्लों में पानी के टैैंकर लगाने का निर्देश
दूषित पेयजल आपूर्ति का खामियाजा झेल रहे रामनगर में स्थिति संक्रामक हो चली है। लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में बुधवार को भी डायरिया के 83 मरीज भर्ती कराए गए।
वाराणसी, जेएनएन। दूषित पेयजल आपूर्ति का खामियाजा झेल रहे रामनगर में स्थिति संक्रामक हो चली है। लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में बुधवार को भी डायरिया के 83 मरीज भर्ती कराए गए। तमाम मरीज शहर के विभिन्न निजी व सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पहुंचे। इस बीच डायरिया ग्रस्त जनकपुर निवासी अतवारी देवी (55 वर्ष) मंगलवार देर रात मौत हो गई।
उन्हें सोमवार रात परिवारीजनों ने एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने बीएचयू रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान देर उन्होंने दम तोड़ दिया। हालांकि लालबहादुर शास्त्री अस्पताल के सीएमएस डा. कमल कुमार का कहना था कि महिला ह्रïदय रोग से पीडि़त थी, इससे ही मौत हुई।
दूसरी ओर अस्पताल में सोमवार रात से लेकर मंगलवार शाम तक 83 मरीज भर्ती कराए गए। एक दिन पहले भी 75 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। इस तरह बढ़ी संख्या से व्यवस्था चरमराती नजर आई। रामनगर छह दिनों से डायरिया का दंश झेल रहा है। पिछले पांच दिनों में 300 अधिक मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैैं।
सीएमओ ने बनाए तीन उच्चस्तरीय दल
रामनगर में स्थिति नियंत्रण से बाहर देख सीएमओ ने खुद मोर्चा संभाला। अफसरों संग लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंचे और व्यवस्था का निरीक्षण करने के साथ मरीजों का हाल जाना। क्षेत्र भ्रमण किया और फाइलेरिया यूनिट में बैठक कर तीन दल गठित किए। एसीएमओ डा. जंग बहादुर, वरिष्ठ चिकित्सक डा. पीयूष राय व डा. सूबेदार राम को इसकी जिम्मेदारी दी। दल नगर में ओआरएस व क्लोरीन टैबलेट वितरण के साथ डायरिया जागरूकता प्रसार करेगा।
दूसरे दिन भी पानी फेल
स्वास्थ्य विभाग की जांच में दूसरे दिन भी सरकारी नलों में आपूर्ति किया जा रहा पानी फेल हो गया। अलग-अलग 14 स्थानों से लिए नमूने में पांच नेगेटिव मिले। मंगलवार को 12 में छह नमूने नेगेटिव मिले थे। ऐसे में सीएमओ डा. वीबी सिंह ने पालिका के अधिशासी अधिकारी को प्रभावित मोहल्लों में पानी के टैैंकर लगाने का निर्देश दिया। कहा लोगों को पीने का पानी स्वच्छ करने के तरीके बताए जाएं और क्लोरीन टैबलेट दिए जाएं।
डोर हाथ से छूटने के बाद
जागा पालिका प्रशासन
डायरिया संक्रामक होने के बाद छठें दिन पालिका प्रशासन की नींद टूटी। पानी की रिपोर्ट सामने आने के बाद नगर में लगे 21 टयूबवेल व छह टंकियों के डोजर नए सिरे से दुरूस्त कर क्लोरीनेशन शुरू किया गया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर कोदोपुर, रस्तापुर, निषादराज, कुतुलुपुर, रामपुर व वारीगढ़ही में पानी के टैैंकर लगाए गए। पालिका अध्यक्ष रेखा शर्मा ने जलकल कर्मियों को ट्यूबवेल व पानी टंकी की जांच व निगरानी के निर्देश जारी किए। ईओ संजय कुमार ने भी पानी उबाल कर पीने की अपील जारी की। पानी दूषित होने के कारण पिछले साल भी स्थिति बिगड़ गई थी। इससे रामलीला के तीन प्रमुख स्वरूप भी डायरिया की चपेट में आए थे। इस साल संक्रामक रोगों को लेकर जागरूकता अभियान के बाद भी महकमा सोया रहा।