संत रविदास जयंती पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं का मन चंगा, सीर गोवर्धन में लहराई भाव गंगा
प्रमुख स्नान पर्व व संत रविदास जयंती माघ पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर गुरु चरणों में हाजिरी लगाने भक्तों का रेला उमड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। श्रम साधक संत रैदास (रविदास) की पांच दशक पहले गुरु महिमा बताई-गाई पंक्तियां शनिवार को उनकी जन्मस्थली पर साकार होती नजर आई। प्रमुख स्नान पर्व व संत रविदास जयंती माघ पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर गुरु चरणों में हाजिरी लगाने भक्तों का रेला उमड़ा जाे सुबह तक अनवरत कतार में बदल गया। रविवार की सुबह जयंती पर्व के मौके पर आस्था का सागर जो दिखा वो दिन चढऩे के साथ ही और गहराता गया। श्रद्धा-आस्था की इस भाव गंगा से सीरगोवर्धनपुर का विशाल दायरा कम पड़ा। भक्तों ने नगवा में गुरुदेव को समर्पित पार्क में दपदपाती दीपमाला सजाई। इनसे उनकी बानियों को आकार दिया और संदेश बिंबों को महसूस किया। गुरु चरणों में नमन कर आस्था के गीत गाए और प्रसाद छककर गुरु की महिमा का बखान करते हुए कीर्तन भजन किया।
वहीं सीर गोवर्धन में एक रविदास जयंती के पूर्व संध्या पर आतिशबाजी से उसका आसमान तक प्रसार किया। वाद्य यंत्रों की ध्वनि पर थिरके और अनुसरण के लिए संकल्पित मन से जयघोष व भजन-कीर्तन से इलाका गुंजा दिया। संत मनदीप दास, पूर्व सांसद घनश्याम चंद खरवार, सुबह ए बनारस के सचिव डा. रत्नेश वर्मा व उपाध्यक्ष प्रमोद मिश्र ने दीप प्रज्वलन कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। रविवार सुबह रविदासिया धर्म के प्रमुख संत व रविदास मंदिर ट्रस्ट केचेयरमैन संत निरंजन दास पंथ ध्वजा फहराकर भाव गंगा में हिलोरें उठाएंगे। उत्सव में भागीदारी के लिए संत निरंजन दास हजारों भक्तों के जत्थे संग पंजाब से शुक्रवार को ही आ गए थे।
इसके अलावा इंग्लैंड, कनाडा, दुबई, अमेरिका समेत विभिन्न देशों और विभिन्न प्रदेशों से श्रद्धालु आ चुके हैं। सप्ताहभर से भजन-कीर्तन से गुरु स्थली गुंजा रहे हैं और पंडाल निर्माण, रसोई-लंगर, सफाई-सुरक्षा में सेवा भाव दिखा रहे हैं। संत रविदास मंदिर विद्युत झालरों की रोशनी से जगमग तो गुरुबानी से गूंजते आवासीय पंडाल छोटे -छोटे मंदिरों का आभास करा रहे हैं। सीर गोवर्धनपुर की सड़कें-गलियां मेला स्थल में तब्दील हैं और अस्थायी दुकानें भी पूरे रंग में आ चुकी हैं। विशाल सत्संग पंडाल को सुबह का इंतजार है जब गुरु चरणों की रज सिर माथे लगा भक्त मंडल उसे श्रद्धा भक्ति के कमल दल का रूप देगा।
संत निरंजन दास ने देखी तैयारी, बस्तियों में घूमे : संत रविदास मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजन दास ने शनिवार दोपहर जयंती की तैयारियों का जायजा लिया। रसोई, भंडार, लंगर हाल, चिकित्सा शिविर, नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया। सेवा में जुटे डाक्टरों व सेवादारों की पीठ थपथपाई। पंडाल की ओर निकले और भक्तों-सेवादारों को दर्शन दिया। कड़ी सुरक्षा में कार से ही पंडाल का अवलोकन किया। वापसी में गाड़ी से उतरे और पैदल ही दलित बस्ती की गलियों में निकल गए। इस दौरान भक्तों ने उनके चरणों की धूल सिर माथे लगाई और रविदास शक्ति अमर रहे के उद्घोष से इलाका गुंजाते रहे। संत लेखराज, संत मनदीप दास, ट्रस्टी केएल सरोए, सतपाल विर्दी, निरंजन चीमा, तरसेम लाल सरोए आदि साथ थे।
दान में दिया साउंड सिस्टम : संत रविदास मंदिर के पास स्थित श्रीगुरु रविदास विद्यालय को मालवा लंगर कमेटी ने दान में साउंड सिस्टम दिया। मालवा मुक्तसर-पंजाब की यह कमेटी हर साल विद्यालय परिसर में लंगर चलाती है। साथ ही विद्यालय को अनुदान भी देती है। इससे रंग-रोगन, प्रसाधन कक्ष व आरओ लगवाए जा चुके हैं। चेयरमैन जगदीश खिदरी ने बताया कि यह सातवां साल है। इसके लिए समिति के 200-250 लोग गुरु की जन्म स्थली आते हैं। शुक्रवार को स्कूली बच्चों को उपहार वितरण व सास्कृतिक कार्यक्रम से लंगर आरंभ किया गया।
विधायक और डीएम ने देखी तैयारी : भाजपा विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह व भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सिंह जयंती उत्सव की तैयारियों का जायजा लेने शनिवार को मंदिर पहुंचे। मत्था टेका और संत निरंजन दास से आशीष लिया। ट्रस्टियों से मिले और समस्याओं पर चर्चा की। डीएम कौशल राज शर्मा ने भी अफसरों के साथ जयंती की सुरक्षा-व्यवस्था देखी। तैयारियों पर चर्चा के बाद श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए निर्देश भी दिए।
ड्रोन के लिए तीन दिन की स्वीकृति : जयंती पर देश-विदेश से आए भक्तों की साध पूरी करने के लिए तीन दिन ड्रोन का उपयोग करने की डीएम से स्वीकृति ली गई है। इस खास मौके को कैमरे में कैद करने के लिए देश विदेश के अनुयायी ड्रोन का उपयोग करते हैं। इसका प्रयोग आमतौर पर प्रतिबंधित है।
शीश नवाने आए इंग्लैंड के मेयर : इंग्लैंड के मेयर राम प्रकाश लाखा शनिवार को संत रविदास मंदिर पहुंचे। मूलत: पंजाब निवासी रविदासिया धर्म के अनुयायी लाखा दर्शन-पूजन के बाद संत निरंजन दास से मिले। रविदासिया धर्म के उत्थान पर चर्चा की। उनके अलावा इंग्लैंड, कनाडा, यूके, दुबई, अमेरिका से आए भक्तों ने दर्शन-पूजन किया, लंगर छका और सेवादार की भूमिका में आ गए।
गुरु दरबार की साइकिल यात्रा : जालंधर-पंजाब निवासी मलकीत सिंह तीन वर्षो से संत रविदास जयंती पर साइकिल से सीरगोवर्धनपुर मत्था टेकने आते हैं। शुक्रवार रात मंदिर पहुंचे मलकीत को इसमें 10 दिन लग जाते हैं। बताया कि अभी आठ साल ऐसे ही दर्शन की मन्नत है।