महावीर जयंती पर वाराणसी में भक्तों ने कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए आत्मरक्षा वज्र पंजर स्त्रोत का किया विशेष पाठ
हिंसा से अहिंसा की ओर चलने का जिओ और जीने दो का आदर्श सूत्रपात करने वाले भूली भटकी मानवता को अनेकांतवाद का महामंत्र देने वाले जीव दया के मसीहा भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक को जिनका परम पावन चरित्र जलनिधि समान अपार है।
वाराणसी, जेएनएन। हिंसा से अहिंसा की ओर चलने का जिओ और जीने दो का आदर्श सूत्रपात करने वाले भूली भटकी मानवता को अनेकांतवाद का महामंत्र देने वाले जीव दया के मसीहा भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक को जिनका परम पावन चरित्र जलनिधि समान अपार है। जिनके गुणों के गान मैं गणधर न पावे पार हैं। वे वीतरागी महान जिनके गुणों का सार है ।वाराणसी के समस्त जैन धर्मावलंबी ने अपने-अपने घरों पर शांति पूर्वक एक दूसरे से दूरी बना कर मनाया।
इस वर्ष के महावीर जन्म कल्याणक का नारा था -“मेरा स्वास्थ्य ,मेरी जिम्मेदारी।जन्म कल्याणक में घर पर ही मनाऊंगा। करोना हारेगा ,भारत जीतेगा।” वर्तमान शासक नायक 24 वे तीर्थंकर महावीर भगवान के 2620 में जन्म कल्याणक को दिगंबर जैन समाज काशी के सभी धर्मावलंबियों ने महोत्सव इस वर्ष भी सामाजिक दायित्व के रूप में मनाया। शासनादेश एवं लॉकडाउन एवं नैतिक जिम्मेदारी के कारण रविवार को जैन समाज के लोगों ने घरों पर धार्मिक अनुष्ठान किए
प्रातः लोगों ने घरों पर ध्वजारोहण के बाद मंगल गीत गाए । भगवान का जयकारा, मंगल वाद्य यंत्रों की ध्वनि और जन्म कल्याणक पर बधाई गीत गाए। तीर्थंकर महावीर के जियो और जीने दो जीव दया एवं अहिंसा के पालन का संकल्प लिया। तीर्थंकर के चित्र के सामने शास्त्र ,स्वाध्याय ,मंत्र उच्चारण ,जाप ,महावीर भजन, महावीर चालीसा एवं संपूर्ण भारत से करोना दूर हो के लिए आत्मरक्षा हेतु श्री वज्रपंजर स्त्रोत का विशेष पाठ एवं शांति धारा भी किया। भक्तों ने तीर्थंकर की आरती भी उतारी। भगवान महावीर को चढ़ाए गए द्रव्य को लोगों ने पशु पक्षियों को खिलाया।
जैन समाज के अध्यक्ष दीपक जैन ,उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन,आरसीजैन, विनोद जैन, महामंत्री अरुण जैन ,समाज मंत्री तरुण जैन ने शासन आदेश का पालन करते हुए समस्त जैन मंदिरों को बंद रखने का निर्णय लिया। जैन समाज के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने बताया-“करोना महामारी को देखते हुए भगवान महावीर का अभिषेक पूजन इस वर्ष भक्तों ने अपने -अपने घरों पर रहकर फेसबुक द्वारा देखा एवं जैन महाराज दिगंबर साधु का मंगल संदेश प्रवचन धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को विभिन्न जैन टीवी चैनलों पर देखकर महावीर जयंती मनाई।”