Move to Jagran APP

वाराणसी में प्राइवेट नर्सिंग होम में Covid-19 के मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन की ओर से दरों का निर्धारण

वाराणसी जिले में प्राइवेट नर्सिंग होम में Covid-19 के मरीजों के इलाज के लिए शासन द्वारा दरों का निर्धारण

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 01:14 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 05:25 PM (IST)
वाराणसी में प्राइवेट नर्सिंग होम में Covid-19 के मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन की ओर से दरों का निर्धारण
वाराणसी में प्राइवेट नर्सिंग होम में Covid-19 के मरीजों के इलाज के लिए प्रशासन की ओर से दरों का निर्धारण

वाराणसी, जेएनएन। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के अंतर्गत एसिंपटमिक मरीजों के प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज हेतु शासन द्वारा दरों का निर्धारण कर दिया गया है। ए श्रेणी के वाराणसी जनपद में कोविड-19 अंतर्गत मोडरेट सिकनेस वाले मरीजों के एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में इलाज हेतु पीपीई किट सहित चार्ज 10,000 रुपये तथा नॉन एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में इलाज हेतु पीपीई किट सहित चार्ज 8000 रुपये निर्धारित किया गया है। गंभीर (सीवियर सिकनेस) ऐसे मरीज जिनको बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू की आवश्यकता है, उसके लिए एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में इलाज हेतु पीपीई किट सहित चार्ज 15,000 तथा नॉन एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में पीपीई किट सहित चार्ज 13,000 रुपये रखा गया है।

loksabha election banner

अत्यंत गंभीर (वेरी सीवियर सिकनेस) वाले ऐसे मरीज जिन्हें वेंटिलेटर वाले आईसीयू की आवश्यकता है, उनके लिए एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में इलाज हेतु पीपीई किट सहित चार्ज 18,000 रुपये तथा नॉन एनएबीएच एक्रिडेटेड हॉस्पिटल में पीपीई किट चार्ज सहित 15,000 रुपये रखा गया है। वाराणसी जनपद में मेरिडियन हॉस्पिटल सारनाथ, मिडविन हॉस्पिटल मैदागिन, त्रिमूर्ति हॉस्पिटल से संबद्ध गुप्ता इन होटल नदेसर पूर्व से ही संचालित हैं एवं हाल ही में एपेक्स हॉस्पिटल डीएलडबल्यू रोड भिखारीपुर को भी कोविड 19 के लिए इलाज की अनुमति प्रदान की गयी है।

इस बाबत दिशा निर्देश जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को ही जारी किए गए थे। वहीं दूसरी ओर मैदागिन स्थित एक निजी अस्पताल में पांडेयपुर के मरीज को भर्ती करने से पहले ही काफी रकम जमा कराने की सूचना सामने आई है। वहींं पांडेयपुर के ही एक अन्य मरीज से आशापुर असपताल में सात दिनों के लिए 70000 रुपये लिए गए हैंं। इस तरह अब प्राइवेट नर्सिंग होम में कोरोना इलाज के लिए आने वालों को अपनी जेब दिशा निर्देशों के बाद भी ढीली करनी पड़ रही है। वहीं अस्‍पताल प्रबंधन का मानना है कि कोरोना इलाज होने की वजह से अन्‍य मरीज अस्‍पताल में भर्ती नहीं किए जा सकते हैं इस वजह से कोरोना के मरीज लेने पर अस्‍पतालों का खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.