Stock Detail डालना होगा NPPA के App पर, राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने दिया निर्देश
सभी दवा डीलरों को स्टॉक की पूरी मलेरिया की दवा यानी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन व एजीथ्रोमाइसिन गोली के स्टॉक को नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) के एप पर डालना होगा।
वाराणसी, जेएनएन। सभी दवा डीलरों को स्टॉक की पूरी मलेरिया की दवा यानी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन व एजीथ्रोमाइसिन गोली के स्टॉक को नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) के एप पर डालना होगा। इस संबंध में प्राधिकरण ने सभी जिलों के दवा डीलरों को निर्देश जारी किया है। इसके माध्यम से दवा के विवरण के साथ ही दवाई की वास्तविक खपत पर नजर रखते हुए दुरुपयोग को रोकना होगा।
उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने भी सभी को गाइड लाइन भेजा
दवा कंपनियों के सभी सी एंड एफ, स्टॉकिस्ट, खुदरा एवं थोक विक्रेता इस दवा का खरीद या विक्रय करेगा वह प्राधिकरण के आइटी प्लेटफार्म पर पूरा विवरण अपलोड करेगा। इस संबंध में उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने भी सभी को गाइड लाइन भेजा है। प्रदेश में इस दवाओं के लिए तीन डिपो गाजियाबाद, लखनऊ एवं वाराणसी में बनाए गए हैं। वाराणसी से ही गोरखपुर सहित पूरे पूर्वांचल में मलेरिया की गोली भेजने की व्यवस्था की गई है। केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना एवं महामंत्री संदीप चतुर्वेदी के अनुसार सरकार की ओर से जारी निर्देश को सभी दवा विक्रेताओं के यहां भेज दिया गया है। उनसे कहा गया है कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार मलेरिया की दवा यानी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन व एजीथ्रोमाइसिन गोली के विवरण को एप पर अपलोड करें। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखे और जरूरतमंदों मरीजों को डाक्टर के पर्चे पर ही इस दवा को बेचें। रिकार्ड रखने की परेशानी या घबराहट में इन दवाइयों के विक्रय बंद नहीं करें। साथ ही किसी के भी दबाव या डाक्टर की पर्चे पर इन दवाओं का किसी कीमत पर विक्रय नहीं करने को कहा गया है।
क्यों जरूरी हैं एप पर अपलोड करना
-इन दवाओं की वास्तविक खपत का पता लगाना।
- उपरोक्त दवाओं के दुरुपयोग को रोकना।
- डाक्टर के पर्चे पर लिखी दवा की उपलब्धता बनाए रखना।