डीरेका निर्मित 372वें इलेक्ट्रिक रेल इंजन का लोकार्पण, उत्तर मध्य रेलवे कानपुर विद्युत शेड के लिए रवाना
डीरेका कारखाना लोको टेस्ट शॉप में बुधवार को महाप्रबंधक ने डीरेका निर्मित वित्तीय वर्ष 2019-20 के 200वें इलेक्ट्रिक रेल इंजन डब्ल्यूएपी-7 को झंडी दिखा कर रवाना किया।
वाराणसी, जेएनएन। वित्तिय वर्ष 2019- 20 में निर्मित 200वें विद्युत रेल इंजन 'डब्ल्यूएपी-7' को राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिया। इस बाबत बुधवार को डीरेका स्थित लोको टेस्ट शॉप में आयोजित समारोह में उपस्थित महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गत वर्ष 2016 से उत्पादित विद्युत रेल इंजन की श्रृंखला में यह 372 वां इंजन है। ईधन की बचत और कम उर्जा की खपत के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने डीरेका में विद्युत इंजन के उत्पादन पर जोर दिया था। इसके पूर्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्वागत करते हुए मुख्य विद्युत इंजीनियर/लोको ने डीरेका में विद्युत रेल इंजनों के उत्पादन एवं इतिहास से उपस्थित लोगों को अवगत कराया। इस अवसर पर डीरेका के उच्चाधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे। पीआरओ अशोक कुमार ने कहा कि वित्तिय वर्ष 2019-20 में यह 200 वां इंजन है। इसे उत्तर मध्य रेलवे स्थित कानपुर विद्युत शेड भेज दिया गया है।
लोको इंजन के फीचर
- रीजेनरेटीव ब्रेकिंग
- थ्री फेस एसी सिस्टम
- एक हजार केवीए होटल लोड की क्षमता
- 20.5 टन एक्सल लोड
- 72:20 गियर रेशियो
ये है खासियत
- 20 फीसद विद्युत उर्जा की बचत
- 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
- पूरी तरह से एयरकंडीशन कैब
- 123 टन वजन का लोको इंजन
- छह हजार एचपी घर्षण क्षमता