रेलवे में नौकरी के नाम पर बेटे ने दो लोगों से लिए रुपये, समाधान दिवस पर शिकायत में डीएम ने पिता को तुरंत कराया गिरफ्तार
समाधान दिवस पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह को नौकरी के नाम पर दो लोगों से तीन लाख रुपये मांगने की जिलापूर्ति विभाग के बाबू की शिकायत मिली।
जौनपुर, जेएनएन। कलेक्ट्रेट में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार ङ्क्षसह ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों से बेटे द्वारा लिए गए छह लाख रुपये के मामले में जिलापूर्ति कार्यालय के लिपिक कृपाल ङ्क्षसह को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया। मामले में लाइन बाजार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिलापूर्ति अधिकारी से कहा कि लिपिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाय।
नगर के राज कालोनी हुसेनाबाद निवासी मनीष कुमार साहू ने संपूर्ण समाधान दिवस में मंगलवार को शिकायत किया कि जिलापूर्ति कार्यालय के लिपिक कृपाल ङ्क्षसह के पुत्र मनीष कुमार ङ्क्षसह ने दो लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर मुझसे छह लाख रुपये लिया हैं। अब तक न तो नौकरी मिली व न ही रुपये वापस किये जा रहे हैं। रुपये मांगने पर तरह-तरह की बातें करते हुए पिता का धौंस देते हुए धमकी दी जा रही है। वहीं पिता भी उसके इस काम में शामिल है, ऐसे में जिलाधिकारी ने दोषी पाते हुए मनीष के पिता कृपाल ङ्क्षसह को समाधान दिवस में बुलाकर पूछताछ के बाद तत्काल जेल भेज दिया। बताया गया कि कृपाल ङ्क्षसह की जिलापूर्ति कार्यालय में वर्ष 2005-06 में लिपिक पद पर नियुक्ति हुई थी। आरोप है कि कृपाल अपने पुत्र का भी कोलकाता रेलवे में टीसी के पद के लिए जुगाड़ लगाया था, उन्हीं के साथ दो अन्य नियुक्ति कराने के चक्कर में था। कृपाल सिंह मीरजापुर जिले के राजगढ़ ब्लाक के धनसिरिया गांव का निवासी है। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष लाइन बाजार रामजी सैनी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित कृपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में विवेचना अधिकारी जांच कर आवश्यक कार्रवाई में लगे हुए हैं।