यूपी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में 'दीया: द वंडर गर्ल' को बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार
28 वें यूपी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दीया द वंडर गर्ल को बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। 28वें यूपी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में 'दीया: द वंडर गर्ल' को बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया। फिल्म फेस्टिवल रविवार को समाप्त हो गया। इसमें गंगा तट पर खुले आसमान के नीचे 35 शार्ट फिल्में दिखाई गईं। 'सन्नो: डॉटर ऑफ इंडिया' व 'अंतर ध्वनि' को क्रमश: द्वितीय व तृतीय पुरस्कार मिला।
बेस्ट शार्ट फिल्म का पुरस्कार 'चटनी: द संजीवनी' के खाते में आया तो 'आजादी' को द्वितीय व 'फ्रेशनर' को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा बेस्ट डाक्यूमेंट्री का पुरस्कार 'द ह्यूमेनिस्ट' एवं बेस्ट एनिमेशन फिल्म का पुरस्कार 'यूपी-यूपी एंड यूपी' को दिया गया। डा. राजेंद्र घाट पर आयोजित फेस्टिवल के समापन समारोह में मुख्य अतिथि पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि धर्म-संस्कृति और इतिहास को लेकर जब भी कोई प्रश्न उठता है तो लोग सीधे उत्तर प्रदेश का रुख करते हैं। राजसत्ता का सर्वोच्च प्रकार राम राज्य ही है, जिसकी तलाश अयोध्या आकर पूरी होती है तो वहीं अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की क्रांति का सूत्रपात प्रदेश के मेरठ जिले से ही हुआ था।
स्टाम्प, न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने कहा कि फिल्में मनोरंजन के साथ ही संस्कार व शिक्षा भी देती हैं। समाज व देशहित में कार्य करने के लिए प्रेरित भी करती हैं। फिल्म सिटी मुंबई के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र ने कहा कि पहली बार ओपेन थिएटर में आम लोगों के लिए फिल्म फेस्टिवल आयोजित करना प्रदेश सरकार की उपलब्धि है। आज भी अच्छी फिल्में बन रही हैं, जिसका ताजा उदाहरण 'तानाजी' है। वहीं इसके साथ रिलीज राजनीतिक हथकंडा अपनाने वाली अभिनेत्री की फिल्म धड़ाम हो गई।
सावन कुमार, बी सुभाष, डेविड सप्रियो, एस कुमार मोहन, हेमांद्री सिंह, विराट विजय आदि निर्णायक मंडल में थे। इस दौरान अरुण बक्शी ने गीतों से मनोरंजन किया तो सोनी चौरसिया व टीम ने स्केट पर कथक प्रस्तुति दी। संचालन महेश दुबे व धन्यवाद ज्ञापन फेस्टिवल संयोजक कृष्णा मिश्रा ने किया। एमएलसी अशोक धवन, फिल्म निर्देशक तिग्मांशु धूलिया, अभिनेत्री कीर्ति अडारकर, निर्माता निर्देशक नरेश मल्होत्रा सहित रैगी पाल, एस कुमार मोहन, इटालो स्पिनली आदि थे।