वाराणसी में डीरेका निर्मित 100 वां विद्युत रेल इंजन डब्ल्यूएपी-7 राष्ट्र की सेवा में समर्पित
शुक्रवार को डीरेका निर्मित 100 वें विद्युत रेल इंजन डब्ल्यूएपी-7 को अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र की सेवा में समर्पित किया गया। वैश्विक महामारी नोवेल कोरोनावायरस कोविड-19 के कारण घोषित लॉकडाउन के चलते डीजल रेल इंजन कारखाना में उत्पादन गतिविधियां लम्बे अंतराल से ठप पड़ी थीं।
वाराणसी, जेएनएन। डीजल रेल इंजन कारखाना लोको टेस्ट शॉप में शुक्रवार को डीरेका निर्मित 100 वें विद्युत रेल इंजन डब्ल्यूएपी-7 को अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र की सेवा में समर्पित किया गया। वैश्विक महामारी नोवेल कोरोनावायरस कोविड-19 के कारण घोषित लॉकडाउन के चलते डीजल रेल इंजन कारखाना में उत्पादन गतिविधियां लम्बे अंतराल से ठप पड़ी थीं। बीते नौ मई को आवश्यक दिशानिर्देशों के अनुरूप डीरेका कार्यशाला में केवल परिसर स्थित आवासों में रहने वाले कर्मचारियों के माध्यम से अधिकतम 33% फॉर्मूला के आधार पर सेवा लेकर कार्य आरम्भ हुआ था।
इसी क्रम में 16 मई को डीरेका लोको टेस्ट शॉप में लॉकडाउन के दौरान डीरेका निर्मित वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रथम विद्युत रेल इंजन डब्ल्यूएपी-7 रवाना किया गया था। मात्र एक सप्ताह में डीरेका कर्मियों के अथक प्रयास से इस विद्युत रेल इंजन का निर्माण वास्तव में डीरेका के लिए ऐतिहासिक क्षण था। इसी कड़ी में तब से अब तक 122 दिन के अंतराल यानि कुल 98 कार्य दिवस में 100 वें विद्युत रेल इंजन को राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित करना डीरेका के लिए वास्तव में गौरव का विषय है। यात्री सेवा वाले 6000 अश्व शक्ति डब्ल्यूएपी-7 विद्युत रेल इंजन संख्या- 37450 को उत्तर रेलवे के गाजियाबाद विद्युत लोको शेड को भेजा जा रहा है। इस रेल इंजन के लोकार्पण में विभागीय अधिकारी भी शुक्रवार को मौजूद रहे। इंजन को रवाना करने के दौरान हरी झंडी देने के बाद अधिकारियों ने ताली बजाकर रेल इंजन का स्वागत किया।