काशी के दंडी स्वामियोंं ने सरकार से लगाई गुहार, बोले - 'जल्द खोला जाय बाबा का अन्नक्षेत्र'
भोग आरती के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ के मंदिर के बरामदे में प्रति दिन बैठा कर सैकड़ोंं दंडी स्वामियोंं को भोग प्रसाद खिलाने और उनको निश्चित दक्षिणा देने की व्यवस्था कई दशक से चली आ रही है। लॉक डाउन के चलते तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई थी।
वाराणसी, जेएनएन। बाबा के भोग आरती के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ के मंदिर प्रांगण के बरामदे में प्रति दिन बैठा कर सैकड़ोंं दंडी स्वामियोंं को भोग प्रसाद खिलाने और उनको निश्चित दक्षिणा देने की व्यवस्था कई दशक से चली आ रही है। वाराणसी के दंडी स्वामियों की एक वीडियो पोस्ट भी खूब वायरल हो रही है। जिसमें दंडी स्वामियों ने शासन प्रशासन से अन्न क्षेत्र को दोबारा और जल्द ही खोलने की अपील की गई है।
लॉक डाउन के चलते मार्च माह में ही इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई थी। मंदिर कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अभी बाबा की रसोई निर्माणधीन है। बाबा के सभी भोग प्रसाद ज्ञानवापी कूप के पास एक जगह घेर बनाया जा रहा है। टेड़ी नीम स्थित विश्वनाथ मंदिर का अन्नक्षेत्र भी बंद है हालांकि मंदिर प्रशासन के अनुसार इसे जल्द ही खोलने की तैयारी चल रही है।
बाबा का अन्नक्षेत्र बन्द होने से दंडीस्वमी आर्थिक रूप से भी परेशान हैं। इस बाबत उन्होंने जागरण को बताया कि कोविड 19 के चलते मंदिर प्रशासन ने मार्च से रोक लगाई थी। िजिसके बाद से ही दंडी स्वामियों के सामने भिक्षा न मिलने की समस्या सामने आ गई।