Cyber Criminals लालच देकर साफ कर रहे बैंक बैलेंस, नए-नए तरीकों से लोगों को दे रहे झांसा
साइबर क्राइम नियंत्रण के लिए बनारस में फरवरी 2020 में सारनाथ में साइबर थाने की कवायद शुरू हुई थी। थाना तो बन गया मगर साइबर अपराधी अब भी बेलगाम हैं।
वाराणसी, जेएनएन। आधुनिक दौर में जहां तकनीक ने हमारे जीवन को सुविधाओं से युक्त कर दिया जो वहीं इसका दुरुपयोग भी तेजी से हो रहा है। इनाम जीतने का झांसा देकर बैंक डिटेल के साथ ही आधार की कापी मंगा कर उनका खाता ही साफ कर दिया जा रहा है। थोड़े से लालच में आकर लोग अपनी गाढ़ी कमाई गंवा दे रहे हैं। इन पर नियंत्रण के लिए बनारस में फरवरी 2020 में सारनाथ में साइबर थाने की कवायद शुरू हुई थी। थाना तो बन गया, मगर साइबर अपराधी अब भी बेलगाम हैं।
आठ सितंबर को जलालीपुरा निवासी मोहम्मद सलीम के स्मार्ट फोन पर वीडियो काल आया। दूसरी ओर से स्क्रीन ब्लैंक थी। काल करने वाले ने खुद को केबीसी से बताया और 25 लाख रुपये की लॉटरी लगने की बात कही। लाटरी नंबर 9993 देते हुए 9010922813 व्हाट्सएप पर किसी आकाश वर्मा को काल करने को बोला। वहीं आकाश वर्मा के व्हाट्सएप पर काल करने पर उसने लॉटरी की इनामी राशि को खाते में भेजने के लिए बैंक डिटेल व आधार का डेटेल भेजने को कहा। इस पर मोहम्मद सलीम ने अपने दोस्त से सलाह-मश्विरा किया और एक जालसाजों के झांसे में आने से बच गए। साइबर थाना प्रभारी राहुल शुक्ला के मुताबिक महीने में करीब 60 मामले साइबर अपराध के आ रहे हैं। थाना हाल की में शुरू हुआ है। अभी पुलिस करीब 20 केस पर काम कर रही है।
साइबर सेल में आने वाले मामले
- एटीएम कार्ड बदलकर रकम निकाल लेना
- बैंक खाते से फर्जी तरीके से ऑनलाइन शॉपिंग
- फोन पर पासवर्ड पूछकर रकम उड़ा देना
- ऑनलाइन शॉपिंग के तहत वेबसाइट से धोखा
- फेसबुक पर फोटोशॉप से अश्लील फोटो-वीडियो शेयर करना
- व्हाट्सएप कालिंग के थ्रू ब्लैक मेलिंग
- मोबाइल चोरी की घटनाएं