मीरजापुर में हलिया की बस्ती में पहुंचा मगरमच्छ, ग्रामीणों ने लाठी डंडाें से खदेड़ा
नदना गांव में शुक्रवार की सुबह दो फीट का मगरमच्छ दिखाई देने पर ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। नदना गांव निवासी नारायण अपने घर के सामने किराना की दुकान खोलने के लिए जा रहे थे कि अचानक दो फीट के मगरमच्छ को चहलकदमी करते हुए देखकर हक्का बक्का रह गये।
मीरजापुर, जेएनएन। हलिया थाना क्षेत्र के मतवार चौकी के अंतर्गत नदना गांव में शुक्रवार की सुबह दो फीट का मगरमच्छ दिखाई देने पर ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। नदना गांव निवासी नारायण अपने घर के सामने किराना की दुकान खोलने के लिए जा रहे थे कि अचानक दो फीट के मगरमच्छ को चहलकदमी करते हुए देखकर हक्का बक्का रह गये।
मगरमच्छ मिलने पर लोगों के शोरगुल मचाने के बाद ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ने के लिए वन क्षेत्राधिकारी प्रेमप्रकाश चौबे को दिया जिस पर वन विभाग की टीम को भेजा लेकिन वनकर्मियों के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने लाठी डंडे के सहारे मगरमच्छ को गांव के सीवान की तरफ भगा दिया। ग्रामीणों के अनुसार भोजन की तलाश में मगरमच्छ बस्ती की ओर अक्सर आ जाते हैं।
वहीं मगरमच्छ के बस्ती में पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। इस संबंध में वनक्षेत्राधिकारी प्रेमप्रकाश चौबे ने बताया कि नदना गांव में मगरमच्छ दिखाई देने की सूचना मिली थी। मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ने के लिए वनकर्मियों को मौके पर भेजा गया है, मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर औंरा बंधी में छोड़ा जाएगा। स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्र में मगरमच्छों की संख्या काफी है, नदी, तालाब और बंधियों में इनकी सक्रियता की वजह से पशुओं की सुरक्षा सबसे बड़ा संकट साबित होता है। जबकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मगर मिलने की सूचना के बाद विभाग की ओर से उनको बंधी में सुरक्षित छोड़ दिया जाता है। हालांकि, भटक कर दोबारा पहुंचने की घटनाएं भी हो रही हैं।