युवाओं में क्रिकेट का जुनून है पर क्रिकेटर बनना आसान नहीं, यूपी में टैलेंट की कमी नहीं- बोले क्रिकेटर पीयूष चावला
यूपी में जितना टैलेंट है वह विश्व में नहीं है। अकादमी अभी नहीं खोला जा सकता है क्योंकि अभी मैं क्रिकेट खेल रहा हूं और अकादमी के लिए समय नहीं दे पाऊंगा।
वाराणसी, जेएनएन। यूपी में जितना टैलेंट है वह विश्व में नहीं है। अकादमी अभी नहीं खोला जा सकता है क्योंकि अभी मैं क्रिकेट खेल रहा हूं और अकादमी के लिए समय नहीं दे पाऊंगा। हां, जब मैं अकादमी के लिए सात से आठ घंटे समय देने के लिए सक्षम रहूंगा तब अकादमी खोल कर युवाओं को क्रिकेट की बारीकियां समझा कर अच्छा क्रिकेटर बनाने का प्रयास करूंगा। ये बातें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पीयूष चावला ने पड़ाव स्थित सेठ एमआर जैपुरिया स्कूल में रविवार को प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कही।
क्रिकेट व पढ़ाई की बात की जाएं तो पढ़ाई को ज्यादा तवज्जो देना चाहिए। आज युवा पीढ़ी में क्रिकेट का काफी जुनून है, हर कोई क्रिकेटर बनना चाहता है। लेकिन क्रिकेटर बनना आसान नहीं है। लाखों लोगों में कुछ हजार युवा ही क्रिकेटर बनें हैं। बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए पीयूष ने कहा कि क्रिकेट इसलिए खेला क्योंकि यह मेरी पहली पंसद थी। 20-20 में गेंदबाज को अधिक चुनौती का सामना करना पड़ता है। पीयूष चावला और आइआइटी भिलाई के निदेशक प्रो. रजत मूना ने डा. कलाम सभागार का अनावरण किया।