PDDU Junction पर कोविड की जांच अधूरी, आटोमैटिक थर्मल स्कैनिंग के भरोसे चल रही व्यवस्था
रेल प्रशासन पीडीडीयू जंक्शन पर तमाम व्यवस्थाएं करने का दावा कर रहा हो लेकिन जंक्शन की अधूरी तैयारी महामारी जरुर बढ़ा देगी। कोविड-19 की जांच करने वाली स्वास्थ्य टीम के कर्मी मोबाइल में मशगुल रह रहे हैं। यात्री बेरोकटोक आ जा रहे हैं।
चंदौली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भले ही रेल प्रशासन पीडीडीयू जंक्शन पर तमाम व्यवस्थाएं करने का दावा कर रहा हो लेकिन जंक्शन की अधूरी तैयारी महामारी जरुर बढ़ा देगी। कोविड-19 की जांच करने वाली स्वास्थ्य टीम के कर्मी मोबाइल में मशगुल रह रहे हैं। यात्री बेरोकटोक आ जा रहे हैं। हद तो यह है कि सुरक्षा जवान भी ड्यूटी की खानापूर्ति कर रहे है। खुद एक घेरे में बैठकर आराम फराम रहे हैं और ड्यूटी हो रही है। आटोमैटिक थर्मल स्कैनिंग के भरोसे व्यवस्था चल रही है। जबकि मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय ने दो दिन पूर्व ही यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए कर्मियों को सचेत किया था। साथ ही जंक्शन से गुजरने वाले हर यात्री की थर्मल स्कैनिंग का निर्देश दिया था लेकिन बढ़ते संक्रमण के बावजूद डीआरएम का निर्देश दरकिनार कर कर्मी लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
पिछले साल मार्च महीने में ही कोरोना की दस्तक ने लोगों की मुश्किल बढ़ादी थी। सबसे अधिक कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा ट्रेन से सफर करने वालों से था। इसी वजह थी कि जंक्शन पर यात्रियों के जांच के लिए हर सुविधा
उपलब्ध कराई गई। संक्रमित मिलने पर यात्री को ट्रेन में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था। हालांकि समय बीतते स्थिति सामान्य होने लगी। वर्तमान में महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए जंक्शन पर की गई व्यवस्था में अब कमी आने लगी है। कोरोना की जांच करने वाले कर्मी चारों तरफ से घेरा बनाकर खुद को पैक कर पंखे के नीचे आराम से ड्यूटी कर रहे हैं। आराम से मोबाइल में घंटों मशगुल रह रहे हैं। हालांकि कुछ यात्री भी लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे है। कुछ यात्री कर्मियों को बोलकर जांच करा रहे हैं लेकिन कुछ चोरी छिपे जंक्शन से बाहर निकल जा रहे है। यह लापरवाही भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।