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परिषदीय विद्यालय : फर्जी व अनियमित नियुक्त शिक्षकों की रिपोर्ट तलब, शासन के निर्देश पर तैयार हो रही सूची

परिषदीय विद्यालयों में अनियमित व फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षकों की सूची शासन ने एक बार फिर तलब की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 12:55 PM (IST)
परिषदीय विद्यालय : फर्जी व अनियमित नियुक्त शिक्षकों की रिपोर्ट तलब, शासन के निर्देश पर तैयार हो रही सूची
परिषदीय विद्यालय : फर्जी व अनियमित नियुक्त शिक्षकों की रिपोर्ट तलब, शासन के निर्देश पर तैयार हो रही सूची

वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों में अनियमित व फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षकों की सूची शासन ने एक बार फिर तलब की है। सभी जनपदों के बीएसए से दो दिनों के भीतर ऐसे शिक्षकों की सूची सौंपने का निर्देश दिया गया है। साथ ही विभागीय स्तर पर हुई जांच रिपोर्ट भी मांगी गई है। स्कूल शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद के निर्देश पर बीएसए कार्यालय से ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है ताकि निर्धारित समय सीमा में प्रेषित किया जा सके।

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सूबे में 192 ऐसे शिक्षक चिन्हित किए गए थे हैं जो एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के परिषदीय विद्यालयों से वेतन उठा रहे हैं। वहींं प्रारंभमिक जांच में जनपद में ऐसे सात शिक्षक चिन्हित किए गए हैं। इसमें पांच शिक्षकों ने जवाब दे दिया हैं। जनपद में उनकी तैनाती अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत हुई थी। इसके चलते जिन जनपदों से उनका तबादला बनारस हुआ था। वहां उनका डेटा डिलिट नहीं हुआ था। इसके चलते उनका नाम दो-दो जनपद में दर्ज था लेकिन वेतन नियमानुसार एक जनपद से ही उठाए थे। वहीं दो शिक्षक कोई जवाब नहीं दिया। जांच में फर्जी अभिलेख के माध्यम से वेतन उठाने की पुष्टि होने के बाद बीएसए राकेश ङ्क्षसह ने दोनों शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है। यही नहीं, उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके अलावा उनके वेतन से वसूली के लिए भी नोटिस दी गई है।

कापी कट-पेस्ट करना, किताबें से लेख, वीडियो का कोई अंश चोरी करना शोध में अनैतिक व अवैध

शोध का मुख्य उद्देश्य ज्ञान की रिक्तता को भरना होता है। इस उद्देश्य को पूरा करने में परिश्रम की आवश्यकता होती है। कापी कट-पेस्ट करना, किताबें से लेख, वीडियो का कोई अंश चोरी करना शोध में अनैतिक व अवैध माना जाता है। विशेष परिस्थितियों में संदर्भ का उल्लेख कर उपयोग किया जा सकता है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व गुजरात विद्यापीठ संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन अयोजित द्वि-साप्ताहिक फैकल्टी डवलमेंट प्रोग्राम के बारहवें दिन शुक्रवार को ये बातें प्रसिद्ध भूगर्भ वैज्ञानिक व महिला महाविद्यालय बीएचयू के डा. देवब्रत पाठक ने कही। स्वागत पत्रकारिता विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डा. विनोद कुमार ङ्क्षसह व धन्यवाद ज्ञापन डा. अमिता ने किया।


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