परिषदीय प्राथमिक विद्यालय : Varanasi में रोका आवंटन, नवनियुक्त पांच शिक्षकों की फंसी तैनाती
परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में नवनियुक्त पांच शिक्षकों की तैनाती फंस गई है। इसमें से दो शिक्षामित्रों के अधिभार में गड़बड़ी मिली है। बीएसए ने फिलहाल पांचों शिक्षकों का विद्यालय आवंटन रोक दिया है। साथ ही पूरा प्रकरण निदेशालय को संदर्भित करने का निर्णय लिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में नवनियुक्त पांच शिक्षकों की तैनाती फंस गई है। इसमें से दो शिक्षामित्रों के अधिभार में गड़बड़ी मिली है। शिक्षामित्र पद पर नौ साल कार्य करने के बाद दस साल का भारांक का लाभ मिला था। वहीं, एक शिक्षामित्र ने पद पर रहते हुए संस्थागत बीएससी की डिग्री हासिल की है, जबकि एक शिक्षक के प्राप्तांक व दूसरे के पूर्णांक में गड़बड़ी मिली। इसे देखते हुए बीएसए ने फिलहाल पांचों शिक्षकों का विद्यालय आवंटन रोक दिया है। साथ ही पूरा प्रकरण निदेशालय को संदर्भित करने का निर्णय लिया गया है। निदेशालय से दिशा निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नवनियुक्त 63 महिला व दिव्यांग शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करने के लिए गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय बुलाया गया था। इस दौरान कई अध्यापिकाओं के साथ उनके अभिभावक भी आए हुए थे। कुछ अध्यापिकाएं बच्चों के संग भी कार्यालय पहुंची थीं। हालांकि कार्यालय में सिर्फ संबंधित शिक्षकों को ही प्रवेश की अनुमति थी। बीएसए कक्ष में एक साथ पांच-पांच अध्यापिकाओं को बुलाया जा रहा था। वहीं, एक-एक कर विद्यालय आवंटित किए जा रहे हैं।
इसके लिए कक्ष में प्रोजेक्टर लगाए गए थे। अध्यापिकाओं की डिमांड पर ब्लाक के विद्यालय ओपेन किए जा रहे थे। च्वाइस लाक करते ही आनलाइन लखनऊ से ही रिक्त विद्यालय संबंधित शिक्षकों को आवंटित कर दिए जा रहे थे। यही नहीं शिक्षकों को तत्काल विद्यालय आवंटन पत्र भी दे दिया जा रहा था। वहीं, ब्लाकवार, विद्यालयों में रिक्त अध्यापकों की सूची कार्यालय परिसर में चस्पा की गई थी ताकि अध्यापिकाओं को पहले से यह जानकारी हो सके कि किस ब्लाक के किस विद्यालय में पद रिक्त है।
काउंसिलिंग पर उठा सवाल
विसंगतियों के चलते नवनियुक्त पांच शिक्षकों के विद्यालय आवंटन रोके जाने को लेकर काउंसिलिंग पर सवाल उठ रहा है। नवनियुक्त शिक्षकों का कहना था कि यदि कोई विसंगति थी तो काउंसिलिंग के समय क्यों नहीं पकड़ी गई।
पुरुष शिक्षकों से सीधे आवंटन
नवनियुक्त 140 पुरुष शिक्षकों को तैनाती के लिए विद्यालय का विकल्प चयन करने का मौका नहीं मिलेगा। इन शिक्षकों को सीधे आनलाइन विद्यालय आवंटित कर दिए जाएंगे।
तैनाती के खेल पर लगा लगाम
परिषदीय विद्यालयों में पहली बार शिक्षकों की तैनाती आनलाइन की गई है। ऐसे में विद्यालय आवंटन में होने वाले खेल पर पूरी तरह से लगाम लग गया है। पहले विद्यालय आवंटन के दौरान पैरवी भी खूब चलती थी।
टीम की निगरानी में हुआ आवंटन
पारदर्शिता पूर्वक विद्यालय आवंटित करने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी। इसमें डीएम नामित डीआइओएस डा. वीपी सिंह, डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ल व बीएसए राकेश सिंह शामिल थे। इसके अलावा सहयोग में राजेश पांडेय, जगन्नाथ कुमार व अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।