Coronavirus alert : मुंबई से आ रहीं यात्रियों से भरी चार स्पेशल ट्रेनें, डिजास्टर मैनेजमेंट टीम का गठन
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से भयभीत पूर्वांचल के लोगों का घर लौटना शुरू हो गया है। मुंबई से चलकर वाराणसी आने वाली ट्रेनों में यात्रियों की काफी भीड़ उमड़ रही है।
वाराणसी, जेएनएन। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से भयभीत पूर्वांचल के लोगों का घर लौटना शुरू हो गया है। मुंबई से चलकर वाराणसी आने वाली ट्रेनों में यात्रियों की काफी भीड़ उमड़ रही है। दबाव कम करने के लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से शुक्रवार को मुंबई से चार विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं।
इनमें से दो ट्रेनें रविवार को कैंट स्टेशन होकर गोरखपुर जाएंगी। इस भीड़ में कोरोना संदिग्ध होने की आशंका को लेकर रेलवे प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। स्थानीय अधिकारियों की माने तो यदि ट्रेन में एक भी कोविड-19 यानी कोरोना का संदिग्ध मिला तो मुसीबत खड़ी हो सकती है। एक ट्रेन सुबह 4.10 बजे मंडुआडीह पहुंचेगी। दूसरी ट्रेन सुबह 5.45 बजे कैंट स्टेशन पर आएगी। अन्य दो ट्रेनें एलटीटी- गोरखपुर, पुणे-गोरखपुर वाराणसी के रास्ते ही जाएंगी। रेलवे प्रशासन अलर्ट हो गया है।
कैंट स्टेशन के डायरेक्टर आनंद मोहन के नेतृत्व में डिजास्टर मैनेजमेंट टीम का गठन कर दिया गया है। निदेशक ने सभी को काम भी बांट दिया है। बताया कि ट्रेन आने पर हाईपोक्लोराइड सॉल्यूशन का छिड़काव किया जाएगा। इसके अलावा थर्मल स्केनर से यात्रियों की जांच की जाएगी। बिना जांच के किसी को स्टेशन से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए काफी संख्या में सैनिटाइजर और मास्क मंगाए जा रहे हैं। वहीं शनिवार को स्टेशन पर दबाव कम करने को अनाधिकृत लोगों के खिलाफ प्लेटफार्म व परिसर में अभियान चलाया गया। इसमें स्टेशन निदेशक आनंद मोहन सिंह व आरपीएफ स्टॉफ शामिल थे। इस दौरान एक दक्षिण भारतीय महिला को दबोच लिया गया। वह एक यात्री का बैग लेकर भाग रही थी। वहीं कोरोना के खौफ से वातानुकूलित वेटिंग रूम में सन्नाटा छाया हुआ है।
हंगामा पर बोगी को किया सैनिटाइज
शुक्रवार की रात जम्मूतवी से हावड़ा जाने वाली 13152 डाउन सियालदह एक्सप्रेस जब कैंट स्टेशन पहुंची तो बी-1 कोच में सवार यात्री हंगामा करने लगे। आरोप था कि एक यात्री बीच रास्ते में ही उतर गया। कोरोना वायरस के डर से बोगी में बैठे अन्य यात्री भी उतरने लगे। साथ चल रहे कर्मचारियों ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि उनकी बोगी सैनिटाइज हो जाएगी तो वे माने। रात में ही कैंट स्टेशन पर उस बोगी को सैनिटाइज किया गया।