Corona Warriors को 21 भाषाओं में 101 लोगों ने किया शुक्रिया, गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्धारी डा. जगदीश पिल्लई ने लिखा गीत
कोविड -19 से लोहा ले रहे योद्धाओं को कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 101 लोगों ने 21 भाषाओं में संगीत द्वारा गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्धारी डा. जगदीश पिल्लई ने शुक्रिया कहा है।
वाराणसी [वंदना सिंह]। कोविड -19 से लोहा ले रहे योद्धाओं को कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 101 लोगों ने 21 भाषाओं में संगीत द्वारा शुक्रिया कहा है। ये अनोखी पहल की है गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्डधारी डा. जगदीश पिल्लई ने। डा. पिल्लई ने बताया सफाई कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस, मीडिया, व्यापारी, प्रशासन के लोगों को इस गीत से आभार दिया गया है। शुक्रिया से जो गाना शुरू है वो 18 सेकंड तक सांस रोक कर गाया गया है। इसे तैयार करने में एक हफ्ते का समय लगा। डा. पिल्लई ने खुद गीत लिखा, संगीत और स्वर भी दिया। वीडियो में कई राज्यों के लोगों ने अपनी-अपनी भाषाओं में आभार व्यक्त कर खुद के फोटो के साथ भेजे थे, उसे दिखाया गया है।
वीडियोग्राफी, एडिटिंग, ग्राफिक्स आदि डा. पिल्लई के बेटे प्रणव जे. पिल्लई ने किया है। रिकॉॄडग में दीपक जायसवाल का सहयोग है। अभी हाल ही में डॉ पिल्लई द्वारा काशी के 56 लोगों के साथ मिलकर 11551 बार लोका: समस्ता: सुखिनो भवंतु लिखवाकर विश्व शांति के लिए एक अनोखी पहल की थी।
ये हैं 21 भाषाएं जिसमें दिया आभार
असामी, बंगाल, डोगरी, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, मलयालम, मराठी, ओडिय़ा, पंजाबी, संस्कृत, तेलुगु, तमिल, उर्दू, मैथिलि, मणिपुरी, कुरुख, लद्दाकी, राजस्थानी।
अलग अलग राज्य व जिले जहां से आभार भेजा गया
वाराणसी, कश्मीर, लद्दाख, केरल, हैदराबाद, कन्याकुमारी, चेन्नई, मिरियालगुडा, देहरादून, हिमाचल प्रदेश, शिलोंग, बैंगलोर, जयपुर, पंजाब, बिहार, जम्मू, मुंबई, नई दिल्ली, नोएडा, रांची, कोलकाता, धनबाद, प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर, आमगढ़, गाजीपुर, मीरजापुर।