Corona Vaccine in Varanasi : अब वैक्सीन का भी संकट, सिर्फ 826 को लगा टीका
कोरोना मरीजों के लिए जनपद में आक्सीजन और बेड की किल्लत तो पहले से ही थी अब दूसरी बार वैक्सीन की किल्लत बढ़ गई है। एक दिन पहले 1.5 लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन एयरपोर्ट पर पहुंची लेकिन इसमें बनारस के हिस्से की एक भी डोज नहीं थी।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना मरीजों के लिए जनपद में आक्सीजन और बेड की किल्लत तो पहले से ही थी, अब दूसरी बार वैक्सीन की किल्लत बढ़ गई है। एक दिन पहले 1.5 लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन एयरपोर्ट पर पहुंची, लेकिन इसमें बनारस के हिस्से की एक भी डोज नहीं थी।
जिले के वैक्सीन स्टोर में सीमित मात्रा में ही वैक्सीन बची है। इसके मद्देनजर सोमवार को सीमित केंद्रों पर केवल 11 सत्र आयोजित किए गए और सिर्फ 826 लाभार्थियों को टीका लगाया जा सका। कोविड-19 टीकाकरण महा-अभियान के तहत एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अधिक से अधिक लोगों से टीका लगवाने की अपील की जा रही है।
सोमवार को 11 टीकाकरण सत्रों में 826 लाभार्थियों को टीका लगाया गया। इनमें 503 को पहली व 323 को दूसरी डोज दी गई। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के 91 वरिष्ठ नागरिकों को पहली डोज व एक को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। वहीं 45 से 59 वर्ष तक के 409 लाभार्थियों को पहली एवं 319 को दूसरी डोज लगाई गई। सीएमओ ने बताया कि मंगलवार, 20 अप्रैल को जिला महिला चिकित्सालय, एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय, अर्बन पीएचसी दुर्गाकुंड, अर्बन पीएचसी चौकाघाट, सीएचसी आराजीलाइन व डिविजनल हास्पिटल एनईआर-लहरतारा में टीकाकरण सत्र आयोजित होंगे। आमजन से अपील है कि जिनकी उम्र 45 वर्ष या 45 वर्ष से अधिक है वह लोग इस टीकाकरण महा-अभियान में शामिल होकर कोरोना को हराने में सहयोग करें।
शहर के इनडोर हाल व मैरिज हाल को अस्थाई कोविड अस्पताल में तब्दील
कोराेना मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या और अस्पतालों में बेड की किल्लत को देखते हुए जिला प्रशासन अब शहर के इनडोर हाल व मैरिज हाल को अस्थाई कोविड अस्पताल में तब्दील करेगा। इसके लिए शासन स्तर से अनुमति मांगी जा रही है। संसाधन की उपलब्धता होते ही डेढ़ से दो हजार बेड के अस्थाई अस्पताल तैयार कर दिए जाएंगे। हालांकि बीएचयू के खेल मैदान में डीआरडीओ 1000 बेड का अस्पताल बना रहा है, लेकिन बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल, चौकाघाट स्थित इनडोर हाल सहित शहर के करीब आधा दर्जन इनडोर मैरिज हाल की सूची जिला प्रशासन के पास है। उन्हें अस्थाई अस्पताल बनाने को लेकर विगत एक सप्ताह से कवायद चल रही है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते प्रशासन अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं ले पाया है। वहीं आक्सीजन सिलेंडर की कमी भी आड़े आ रही है। गुजरात व अन्य प्रांतों से सिलेंडर की आपूर्ति होने के बाद पांच से छह स्थानों पर अस्थाई अस्पताल बना दिए जाएंगे।