कोरोना पाजिटिव भी स्वस्थ होने के 84 दिन बाद जरूर करायें टीकाकरण
सरकार का उद्देश्य है कि जनपद में ज्यादा से ज्यादा लोग टीकाकरण कराकर अपने को तथा अपने परिवार को सुरक्षित करें। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण अभियान भी शुरू कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोविड -19 से बचने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि सभी पात्र लोग ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण करायें और डबल म्यूटेंट से बचने के लिए दोहरे मास्क ही पहनें। पहले तीन लेयर वाला सर्जिकल मास्क लगा लें, फिर पूरी तरह से फिट होने वाले दो लेयर वाले सूती कपड़े के मास्क को पहनें। यह कहना है सीएमओ डॉ. वीबी सिंह का। इससे आप संक्रमण से बचे रहेंगे और सुरक्षित रह सकेंगे।
डॉ. सिंह ने कहा कि वायरस से स्थिति काबू में आ गयी है, सरकार का उद्देश्य है कि जनपद में ज्यादा से ज्यादा लोग टीकाकरण कराकर अपने को तथा अपने परिवार को सुरक्षित करें। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण अभियान भी शुरू कर दिया है। इसके साथ ही डबल म्यूटेंट से बचने के लिए लोगों को दोहरे मास्क पहनने की भी आदत डालनी होगी।
टीकाकरण अभियान की भी संक्रमण को कम करने में अहम भूमिका है। अब तक टीका नहीं लगवाने वाले और पहली डोज़ के बाद कोरोना पाजिटिव होने वाले लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। वह जानना चाहते हैं कि पहली खुराक के बाद पाजिटिव हो चुके लोगों को दूसरी डोज़ कब लेनी चाहिए ? दूसरी तरफ ऐसे पाजिटिव जिन्हें अभी एक भी डोज़ किसी कारणवश नहीं लग पायी है उन्हें कब टीका लगवाना चाहिए। वह यह भी जानना चाहते हैं कि स्वस्थ होने के कितने दिनों बाद टीकाकरण कराना ठीक रहेगा। इस बारे में कबीरचौरा स्थित एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय के वरिष्ठ परामर्शदाता एवं फिजीशियन डॉ एके सिंह का कहना है कि पहली डोज़ के बाद संक्रमित हुए लोगों को स्वस्थ होने के 84 दिन बाद दूसरी डोज़ लेनी चाहिए। वहीं बिना कोई वैक्सीन लिए पाजिटिव होने वाले भी स्वस्थ होने के 84 दिन बाद कभी भी अपना टीकाकरण करा सकते हैं। इसके बाद ऐसे लोगों की इम्युनिटी अत्यधिक मजबूत होगी।
उन्होने बताया कि कोई भी व्यक्ति एक बार यदि संक्रमित होकर स्वस्थ होता है तो इसका मतलब है कि उसके अंदर कोरोना के खिलाफ एंटीबाडी बन चुकी है। इसके बाद यदि वह वैक्सीन भी लेते हैं तो उनकी इम्युनिटी और भी ज्यादा मजबूत हो जायेगी, क्योंकि वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में अतिरिक्त एंटीबाडी का भी निर्माण हो जायेगा।
बीमार होने पर न लें वैक्सीन : संक्रमित होकर ठीक होने के तुरंत बाद टीका लेने से इसलिए मना किया जाता है क्योंकि उस वक्त शरीर पूरी तरह से फिट नहीं होता। कोई भी वैक्सीन शरीर में प्रभावी तरीके से असर तभी करती है, जब आपका शरीर पहले से बीमार न हो। जो लोग बिना टीका लगवाये संक्रमित हुये हैं वह ठीक होने के 84 दिन बाद टीकाकरण करा सकते हैं। वहीं पहली डोज़ के बाद संक्रमित हुये लोग चाहे वह कोविशील्ड का टीका लगवाया हो या कोवैक्सीन का, स्वस्थ होने के 84 दिन बाद ही टीकाकरण कराएं तो रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास अच्छी तरह से होगा। बुखार होने पर और खाली पेट रहने पर टीका कभी भी न लगवाएं।