दो वर्ष से नहीं मिला मानदेय, थाने के रसोइया ने की आत्महत्या, परिजनों ने पुलिस महकमे पर लगाया आरोप
पिछले दो वर्ष से मानदेय नहीं मिलने से परेशान शादियाबाद थाने के रसोइया तिलाड़ी गांव निवासी दीपक कुमार दुबे (26) ने बुधवार को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
गाजीपुर, जेएनएन। पिछले दो वर्ष से मानदेय नहीं मिलने से परेशान शादियाबाद थाने के रसोइया तिलाड़ी गांव निवासी दीपक कुमार दुबे (26) ने बुधवार को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी होते ही जिले के अन्य थानों पर तैनात रसोइयों में आक्रोश फैल गया। इधर परिजनों ने भी पुलिस महकमे पर आरोप लगाते हुए नोनहरा पुलिस को तहरीर दी। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
नोनहरा थाना क्षेत्र के तिलाड़ी गांव निवासी दीपक कुमार दुबे वर्ष 2012 से शादियाबाद थाने में संविदा पर रसोइया के पद पर तैनात थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि बीते 2017 के नवंबर माह से मानदेय नहीं मिल रहा था। इससे वह काफी दिनों से परेशान थे, उन्होंने कई बार पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई। बावजूद मानदेय का भुगतान नहीं हो सका। आर्थिक तंगी के चलते वह टूट गए थे। आजिज आकर थाने से कुछ दिन पूर्व तिलाड़ी गांव स्थित घर आए दीपक ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंदकर सुबह आठ बजे फांसी लगा लिया। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उनके रोने बिलखने की आवाज सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पिता भी थाने में पर रसोइया के पद पर है तैनात
दीपक कुमार दुबे के पिता वशिष्ठ दुबे बिरनो थाने पर रसोइयां के पद पर तैनात हैं। वहीं उनके भाई राजकुमार जंगीपुर थाने में तैनात थे, लेकिन मानदेय नहीं मिलने से उन्होंने कार्य छोड़ दिया। इसके अलावा मृतक के भाई अनिल फिलहाल मरदह थाने में रसोइया का काम कर रहे हैं। मानदेय नहीं मिलने से परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। ऐसी स्थिति में वशिष्ठ दुबे के छोटे पुत्र दीपक मानसिक रूप से काफी परेशान थे। यही हाल इस बारे में थानाध्यक्ष नोनहरा बृजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि शादियाबाद थाने में रसोइयां के पद पर तैनात दीपक ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने दो वर्ष से मानदेय नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।