सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो नहीं चलने से विवाद, करीब 350 सैलानी पहुंचने के कारण रोका गया आयोजन
शनिवार को शो देखने के लिए लगभग 350 सैलानियों के पहुंचने पर पुरातत्व अधिकारी भी हैरान होकर कहा कि 50 से अधिक सैलानियों को प्रवेश नही मिलेगा। जिसको लेकर लाइट एंड साउंड शो के कर्मी व पर्यटक पुलिस को पसीने छूटने लगे।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा बुद्ध के जीवन पर आधारित सारनाथ के पुरातत्व खंडहर परिसर में दिन प्रतिदिन लाइट एंड साउंड शो देखने वालों का हुजूम बढ़ता ही जा रहा है जिसमें शनिवार को शो देखने के लिए लगभग 350 सैलानियों के पहुंचने पर पुरातत्व अधिकारी भी हैरान होकर कहा कि 50 से अधिक सैलानियों को प्रवेश नही मिलेगा। जिसको लेकर लाइट एंड साउंड शो के कर्मी व पर्यटक पुलिस को पसीने छूटने लगे। प्रवेश को लेकर सैलानियों व पुरातत्व कर्मचारियों से नोकझोंक हुई स्थिति बिगड़ता देख पर्यटक पुलिस भागकर प्रोजेक्टर कक्ष में शरण ली। एक पुरातत्व अधिकारी का कहना है कि खंडहर परिसर में 50 से अधिक सैलानियों का प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पर्यटन विभाग प्रवेश के लिए अलग से व्यवस्था कर ले।
महात्मा बुद्ध के जीवन पर आधारित लाइट एंड साउंड शो को गत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देखने के बाद दिन प्रतिदिन सैलानियों की भीड़ बढ़ती जा रही है शनिवार को तो सैलानी अपने परिवार के साथ शाम 4 बजे से पुरातात्विक खंडहर परिसर गेट पर कतार में खड़े हो गए जब शो शुरू होने के समय 6.30 बजे तक सैलानियों को प्रवेश नहीं मिला तो धीरे-धीरे सैलानियों एवं पुरातत्व कर्मियों के बीच प्रवेश को लेकर नोकझोंक होने लगी वही स्थिति बिगड़ते देख पर्यटक पुलिस के जवान प्रोजेक्टर कक्ष में जा बैठे। प्रयागराज के सुनीता मिश्रा, सोमदेव, मुंबई के जितेंद्र, बोध गया के आयुष, मनीष, दशाश्वमेध के संजय कुमार, जबलपुर के गोपाल सिंह का कहना है कि सारनाथ में विशेष कर लाइट एंड साउंड शो देखने के लिए पूरे परिवार के साथ आये लेकिन शो नही देख पाए। सहित जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, भदोही, मीरजापुर सहित आस पास जिलों के काफी सैलानी शो देखने के लिए ही आये थे जो रात 7.45 बजे तक गेट के पास खड़े रहे अंत मे मायूस होकर यहां की व्यवस्था को कोसते हुए लौट गए। वहीं एक पुरातत्व अधिकारी का कहना है कि पुरातत्व विभाग का परिसर है इसमें कव्वाल 50 लोगों की अनुमति के लिए कहा गया है। लेकिन सख्या बढ़ने को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों को पत्रक भेज कर प्रवेश प्रकिया को अलग बनाने के लिए अवगत कराया गया है। नोकझोंक की सूचना पर स्थानीय थाना प्रभारी इंद्र भूषण यादव ने पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर वापस किया।