भदोही में शासन की मंशा के विपरीत डिजिटल की राह में खड़ा होगा लापरवाही का रोड़ा
भदोही में ग्रामीणों को उनके गांव में ही आय जाति निवास जैसे प्रमाण पत्र बनवाने से लेकर राजस्व संबंधी अन्य जरूरी कागजात गांव में ही हासिल हो सके। शासन प्रत्येक गांव को डिजिटल बनाना चाहती है। इसके लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति भी की जा चुकी है।
भदोही, जागरण संवाददाता। ग्रामीणों को उनके गांव में ही आय, जाति, निवास जैसे प्रमाण पत्र बनवाने से लेकर राजस्व संबंधी अन्य जरूरी कागजात गांव में ही हासिल हो सके। शासन प्रत्येक गांव को डिजिटल बनाना चाहती है। इसके लिए पंचायत सहायकों की नियुक्ति भी की जा चुकी है। बावजूद इसके पंचायत भवनों के निर्माण व मरम्मत में की जा रही लापरवाही ग्राम पंचायतों को डिजिटल करने की राह में रोड़ा बनती दिख रही है। स्थिति यह है कि अभी डेढ़ सौ गांवों में पंचायत भवन नहीं तैयार हो सके हैं। कहीं-कहीं तो न तो अभी नए भवन का निर्माण शुरू किया जा सका है न ही जर्जर हो चुके पुराने भवन की मरम्मत का कार्य भी नहीं शुरू हो सका है। ऐसे में कैसे मिलेगी लोगों को सुविधा इसे लेकर सवाल खड़ा हो चुका है।
केस 1 : डीघ ब्लाक क्षेत्र के भावापुर ग्राम में पूर्व में बना पंचायत भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। भवन की दीवारों से प्लास्टर उधड़ चुका है तो फर्श टूट चुकी है दरवाजे व खिड़कियां गायब हैं। वहां बने शौचालय तक भी दशा बदहाल है। न तो इस भवन का मरम्मत कराया जा रहा है, न ही नए भवन का निर्माण शुरू हुआ। ऐसे में पंचायत सहायक कहां बैठकर अपनी सेवा ग्रामीणों को दे सकेगा समझ से परे हैं।
केस 2 : भदोही ब्लाक के सनकडीह गांव में पंचायत भवन का निर्माण कार्य अभी चल रहा है। दीवार खड़ी हो चुकी है। वैसे उम्मीद जताई गई है कि जल्द ही निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। और ग्रामीणों को पंचायत भवन की सुविधा मिलने लगेगी।
- यह स्थिति तब है, जबकि शासन की प्राथमिकता में शामिल पंचायत भवनों के निर्माण व मरम्मत को लेकर ग्राम प्रधान व पंचायत सचिवों की ओर से बरती जा रही लापरवाही के लिए सहायक विकास अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए डीएम आर्यका अखौरी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दे रखी है। इसके बाद अभी तक तमाम ग्र्राम पंचायत में पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान लापरवाही बरत रहे हैं।