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यूपी-बिहार को जोड़ने वाला बलिया का खरीद-दरौली पुल का निर्माण रोका, कार्य की गति धीमी होने से लोगों में नाराजगी

उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाले खरीद-दरौली घाट पर बन रहे पक्का पुल का निर्माण रोक दिया गया है। सरयू नदी में पानी बढ़ने के कारण सेतु निगम ने यह निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने पंजाब की भंगल एजेंसी का पुल निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 05:15 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 05:15 PM (IST)
यूपी-बिहार को जोड़ने वाला बलिया का खरीद-दरौली पुल का निर्माण रोका, कार्य की गति धीमी होने से लोगों में नाराजगी
उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाले खरीद-दरौली घाट पर बन रहे पक्का पुल का निर्माण रोक दिया गया है।

बलिया, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाले खरीद-दरौली घाट पर बन रहे पक्का पुल का निर्माण रोक दिया गया है। सरयू नदी में पानी बढ़ने के कारण सेतु निगम ने यह निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने पंजाब की भंगल एजेंसी का पुल निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है। निर्माण एजेंसी द्वारा धीमी गति से कार्य हो रहा है। अभी तक 50 फीसद काम हुआ है।

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इससे लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस गति से पुल का निर्माण हो रहा है, उससे पुल के तैयार होने में लंबा समय लग जाएगा। पुल के नहीं होने के चलते इस सीजन में यूपी-बिहार के बीच संपर्क पूरी तरह टूट जाता है। प्रति वर्ष गर्मी के दिनों में आवागमन की सुविधा के लिए पीपा पुल बनता है, लेकिन उससे मात्र चार माह ही राह आसान होती है। बाकी के दिनों में लोगों को लंबी दूरी तय कर एक-दूसरे इलाके में आवागमन करना होता है।

उम्मीद में यूपी-बिहार के लोग

इस पक्के पुल के निर्माण के हो जाने से उत्तर प्रदेश और बिहार की आर्थिक गतिविधियों के साथ ही व्यापारिक गतिविधियों के आदान-प्रदान में काफी सहयोग मिलेगा। यहां पक्का पुल के अभाव में 70 किलोमीटर की दूरी तय कर लोग बिहार के सिवान पहुंचते हैं। एक-दूसरे इलाके में लोगों का आना-जाना रोज का है। पक्का पुल के बन जाने के बाद बलिया के सिंकदरपुर क्षेत्र और सिवान के लोगों को 35 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। सिकंदरपुर के बाजार की बिक्री भी बढ़ जाएगी।

30 पिलर का होगा यह पुल

खरीद-दरौली पुल कुल 30 पिलर का होगा। अभी तक सात पिलर बन पाए हैं। शेष के लिए जमीन के अंदर कार्य चल रहा था, तब तक जलस्तर में वृद्धि होने लगी। जिसके चलते निर्माण एजेंसी को कार्य बंद करना पड़ा।

169 करोड़ लागत

1542 मीटर लंबाई

30 पिलर सरयू में बनेंगे

2016 में शिलान्यास

2019 में काम शुरू

2022 तक काम होगा पूर्ण

35 : किमी दूर होगा सिवान


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