वाराणसी में नगर निगम का सदन बनाने में रूचि नहीं ले रहीं निर्माण एजेंसियां, हुआ रि-टेंडर
नगर निगम के सदन निर्माण की प्रक्रिया बहुत ही धीमी गति से चल रही है। नगर निगम के एक चूक के चलते अब दोबारा टेंडर हुआ है। यह टेंडर खुलेगा जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। ग्लोबल टेंडर हुआ था उसमें किसी भी फर्म ने रूचि नहीं दिखाई।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। नगर निगम के सदन निर्माण की प्रक्रिया बहुत ही धीमी गति से चल रही है। नगर निगम के एक चूक के चलते अब दोबारा टेंडर हुआ है। यह टेंडर खुलेगा जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। इसके पहले जो ग्लोबल टेंडर हुआ था उसमें किसी भी फर्म ने रूचि नहीं दिखाई।
ईपीसी (इंजीनियरिंग प्राक्योरेट एंड कंस्ट्रक्शन) मोड में हुए इस टेंडर के तहत टेंडर आमंत्रित करने वाले विभाग नगर निगम को सदन निर्माण की रूपरेखा को भी टेंडर में दर्शाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके चलते किसी भी फर्म ने इस टेंडर में प्रतिभाग ही नहीं किया। अब दोबारा टेंडर हुआ है। बता दें कि 5.20 करोड़ से नगर निगम का सदन बनना है। करीब 350 लोगों की क्षमता का यह सदन बनाया जाएगा जिसमें दूसरे मंजिल से आगंतुक भी सदन की कार्यवाही को देख सकेंगे। सिनेमा हाल व मल्टीप्लेक्स की तर्ज पर बनने वाले सदन को एक्सपर्ट निर्माण एजेंसियां ही बनाती हैं। नगर निगम के पीआरओ संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दोबारा टेंडर खुलेगा जिसके बाद सदन निर्माण की कार्यवाही बढ़ेगी।
कर्मचारियों की नहीं सुन रहा नगर निगम प्रशासन
नगर निगम कर्मचारी संघ महामंत्री मनोज कुमार ने सदन निर्माण का स्वागत किया है लेकिन सदन निर्माण के लिए तोड़े जाने वाले नगर निगम कर्मचारी संघ के भवन के बदले अभी तक कोई भवन नहीं देने की आधिकारिक घोषणा पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि कर्मचारियों की बातों को नगर निगम प्रशासन नहीं सुन रहा है। उन्होंने कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त व मेयर से इस दिशा में दोबारा पहल करने की अपील की है।