Move to Jagran APP

सपा कार्यकर्ताओं को बदनाम करने की साजिश, भाजपा के थे गालीबाज गुर्गे : अंबिका चौधरी

मंत्री उपेंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने का मामला गरमाता जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बीच पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी पलटवार किया। प्रेसवार्ता में कहा कि यह भाजपा की साजिश है। सपा कार्यालय पर भीड़ के बीच भाजपा के गुर्गों को भेजकर ऐसा कृत्य कराया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 05 Jul 2021 06:47 PM (IST)Updated: Mon, 05 Jul 2021 07:07 PM (IST)
सपा कार्यकर्ताओं को बदनाम करने की साजिश, भाजपा के थे गालीबाज गुर्गे : अंबिका चौधरी
बलिया में सपा कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी

वाराणसी, जागरण संवाददाता। खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने का मामला गरमाता जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बीच सोमवार को पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी पलटवार किया। सपा कार्यालय पर प्रेसवार्ता में कहा कि यह भाजपा की साजिश है। सपा कार्यालय पर भीड़ के बीच भाजपा के गुर्गों को भेजकर ऐसा कृत्य कराया गया। मामले की उच्चस्तरीय जांच व दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है। उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।

loksabha election banner

भाजपा नेताओं के साथ आरोपित की तस्वीर

पूर्व मंत्री ने कहा कि अपशब्द भाषा के प्रयोग से जुड़े वीडियो में राजेंद्र यादव नाम का जो व्यक्ति नारा लगाता हुआ दिख रहा है, उसकी भाजपा के कई नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आई हैं। उन्होंने तीन मौकों की तस्वीरें साझा कीं।

पुलिस पर लगाए आरोप

पूर्व मंत्री ने पुलिस पर फर्जी मतदाताओं को कलेक्ट्रेट में प्रवेश कराने का आरोप लगाया। कहा कि मतदान स्थल से सात में से छह फर्जी मतदाता गिरफ्तार हुए। उन्हें पुलिस कस्टडी में लेती है, लेकिन अज्ञात पर मुकदमा दर्ज होता है। एक फर्जी मतदाता भाग निकला।

मेरा क्या कसूर, जो 90 साल की अवस्था में सुननी पड़ी गाली

मंत्री उपेंंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने पर उनका परिवार भी मर्माहत है। शहर के टैगोरनगर स्थित आवास पर मंत्री की 90 वर्षीय माता रमुनी देवी का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ है। वह अपना पक्ष रखते हुए फफक पड़ी़ं। कहा कि राजनीति में मेरा बेटा है, वह समाज की सेवा करता है। इसमें मेरा क्या कसूर है जो सपा के लोगों ने मुझे सामूहिक रूप से गाली दी, मेरी बहू को गाली दी। इतना कहने के बाद कुछ देर के लिए उनकी आवाज थम सी गई। फिर बोलीं कि राजनीति में जीत-हार अपनी जगह है लेकिन जीत के जश्न में इतना भी पागल नहीं हो जाना चाहिए कि बुजुर्ग महिला को सैकड़ों की भीड़ में गाली दी जाए। ऐसे लोगाें पर उन्होंने सख्त सजा की मांग की। उधर मंत्री की पत्नी बोलीं कि मेरे पति राजनीति में हैं, इसका मतलब यह नहीं होता कि उनके परिवार के लोगों को बीच चौराहे पर गाली दी जाए। सपा के लोगों ने जिस तरह से जीत के बाद गाली दिया है, उससे मेरा पूरा परिवार मर्माहत है। क्या यही सपा का समाजवाद है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.