बुनकर यात्रा के लिए 11 अप्रैल को वाराणसी आ सकती हैं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा
अप्रैल के दूसरे रविवार यानी 11 अप्रैल को मीरजापुर से बुनकर यात्रा निकाली जाएगी। जो काशी आकर समाप्त होगी। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के शामिल होने की संभावना है। बुनकरों को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित कर सकती हैं।
वाराणसी, जेएनएन। अप्रैल के दूसरे रविवार यानी 11 अप्रैल को मीरजापुर से बुनकर यात्रा निकाली जाएगी। जो काशी आकर समाप्त होगी। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के शामिल होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मीरजापुर, भदोही होते हुए बनारस आने वाली इस यात्रा के समापन के बाद पीलीकोठी क्षेत्र स्थित एक मैदान में जनसभा होगी। जिसमें बुनकरों को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित कर सकती हैं।
पंचायत चुनाव पर हुआ मंथन
कांग्रेस की जिला और महानगर कमेटी के पदाधिकारियों ने चांदमारी स्थित एक पैलेस में आगामी पंचायत चुनाव को लेकर बैठक किया। इसमें निर्णय हुआ कि कांग्रेस किसी भी प्रत्याशी को ङ्क्षसबल नहीं जारी करेगी। बनारस में कांग्रेस 40 समर्थित प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। बैठक में मीरजापुर, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, आजमगढ़, बलिया के भी जिलाध्यक्ष थे। पंचायत चुनाव को लेकर यूपी में यह कांग्रेस की दूसरी बैठक थी। पहली बैठक बस्ती में हुई थी। बैठक में मुख्य रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी, पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, विश्वविजय सिंह, भगवती चौधरी, जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, जिला उपाध्यक्ष डा. जितेंद्र सेठ, मनीष चौबे थे।
पूर्व विधायक ने जताया जान का खतरा, कहा कोई घटना हुई तो सरकार जिम्मेदार
पूर्व विधायक अजय राय ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कहा कि वर्तमान में यदि कोई एक बार विधायक बन जा रहा है तो उसे सरकार सुरक्षा दे रही है। विपक्षी दल के होने के नाते सरकार ने मेरी सुरक्षा हटा ली। भविष्य में मेरे साथ कोई घटना घटित होती है तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी। पूर्व विधायक अजय राय बुधवार को लहुराबीर स्थित अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके भाई स्व. अवधेश राय की हत्या पूर्वांचल के सबसे बड़े माफिया मुख्तार अंसारी ने की है। इस मामले में उन्हें एमपी-एमएलए कोर्ट प्रयागराज में बराबर गवाही के लिए जाना पड़ता है। तीन सौ किलोमीटर की यात्रा में भय जैसा माहौल बना रहता है। मेरा पूरा परिवार डर के साए में जी रहा है। मेरे लगभग तीन दशक के राजनैतिक-सामाजिक जीवन में ऐसा कोई आरोप नहीं लगा है जो कानून की नजर में अलोकतांत्रिक हो। यह सरकार चाहती है कि मैं गलत का विरोध करना बंद कर दूं। सड़कों पर संघर्ष करना बंद कर दूं। सरकार के जनविरोधी नीतियों पर आवाज न उठाऊं। हम जनता के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। हर मोर्चे पर मोदी-योगी सरकार को घेरेंगे। यह सरकार लोकतांत्रिक विरोधी सरकार है। हम सब लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था करने वाले लोग है।