वाराणसी में विवादित पोस्टर लगाए जाने के विरोध में अपर पुलिस कमिश्नर से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
वाराणसी में धार्मिक भेदभाव के लिए लगाए गए विवादित पोस्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के लिए शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल अपर पुलिस कमिश्नर (अपराध) से मुलाकात किया। इसके नेतृत्व कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने किया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। काशी के गंगा घाट व गोदौलिया जैसे प्रमुख बाजार में वर्ग विशेष को लेकर चस्पा पोस्टर के मामले ने तूल पकड़ लिया है। गंगा घाट पर गैर ङ्क्षहदुओं के आने पर रोक लगाने की मांग वाले इन पोस्टरों को पुलिस ने शुक्रवार को खोज-खोज कर हटा दिया। कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चंद्र दुबे से मुलाकात कर कार्रवाई की भी मांग की। सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि नगर निगम के अफसरों से मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराई है। कहा कि गंगा के घाटों की ऐतिहासिक दीवारों पर विवादित पोस्टर लगा दिए गए और आपकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। पोस्टर लगाने के मामले में बजरंग दल का नाम सामने आया है।
बजरंग दल के महानगर महामंत्री राजन गुप्ता ने कहा कि पोस्टर में स्पष्ट लिखा है कि जिनका सनातन धर्म में विश्वास नहीं, उनका मंदिरों व गंगा घाट पर आना वर्जित है। बजरंग दल और विहिप की ओर से पहले से यह आवाज उठाई जाती रही है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने काशी में मंदिरों व गंगा घाटों का जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण किया, लेकिन यह स्थल कुछ लोगों के लिए पिकनिक स्पाट बन गया है। गंगा घाट पर बिना रोक-टोक मांस-मदिरा की पार्टी हो रही है। यह ठीक नहीं है। गंगा में गंदगी फेंकी जा रही है। पुलिस प्रशासन समेत अन्य विभाग के जिम्मेदार अफसरों का ध्यान आकर्षित करने के लिए ये पोस्टर लगाए गए थे। इनमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। इसमें स्पष्ट लिखा है कि हिंदू या हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले ही गंगा घाट तक जाएं। वहीं, बजरंग दल के संयोजक निखिल त्रिपाठी ने कहा कि वह जल्द इस मामले में अपना पक्ष रखेंगे। अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि मामले की जांच काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम को सौंपी गई है। उन्हें जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने अपर पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की
धार्मिक भेदभाव के लिए लगाए गए विवादित पोस्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के लिए शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल अपर पुलिस कमिश्नर (अपराध) से मुलाकात किया। इसके नेतृत्व कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव या कोई चुनाव होता है तब भाजपा के कार्यकर्ता हिन्दू-मुसलमान, भारत-पाकिस्तान, धार्मिक भेदभाव, साम्प्रदयिक दुष्प्रचार में लग जाते हैं। यह दृश्य काशी में देखने को फिर मिल रहा है।
भाजपा के सहयोगी संगठनों द्वारा घाट पर दुष्प्रचार शुरू हो गया है। धार्मिक भेदभाव का पोस्टर लगाए गए हैं। जो अनुचित है काशी एकता, अखंडता का शहर है। ऐसे में काशी की आत्मीयता पर आघात करने वालों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। यह कृत्य भाजपा के इशारे हो रहा है। चुनाव के समय धार्मिक तनाव भाजपा के चुनावी एजेंडा में होता है। इस पोस्टर प्रकरण की हम कड़ी निंदा करते है। हम जिला प्रशासन से मांग करते है कि जो धार्मिक भेदभाव दुष्प्रचार कर रहे हैं उन पर तत्काल कार्रवाई करें। काशी की एकता, अखंडता पर प्रहार करेगा। हम उसके खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रतिनिधि मंडल में राघवेन्द्र चौबे, शैलेन्द्र सिंह, ओपी ओझा, फसाहत हुसैन बाबू, अशोक सिंह, डा. राजेश गुप्ता, हसन मेहदी कब्बन, बाह्मदत्त त्रिपाठी, आशिष सिंह, रंजीत तिवारी, आशिष गुप्ता, रोहित दुबे, विनीत चौबे, रामजी गुप्ता, रितेश वर्मा, राज जायसवाल, इम्तियाज अली थे।