हाथ में आयोग का पत्र, फिर भी ज्वाइन करने के लिए शिक्षक लगा रहे विद्यालय से डीआइओएस कार्यालय की दौड़
आयोग से जनपद के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में 490 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसमें 55 प्रवक्ता व 435 प्रशिक्षित स्नातक शामिल हैं। 240 चयनित शिक्षक अब भी ज्वाइन करने के लिए विद्यालय से लगायत डीआइओएस कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आयोग से जनपद के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में 490 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसमें 55 प्रवक्ता व 435 प्रशिक्षित स्नातक शामिल हैं। वहीं एक माह में अब तक 250 शिक्षक ही संबंधित विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण किए हैं। 240 चयनित शिक्षक अब भी ज्वाइन करने के लिए विद्यालय से लगायत डीआइओएस कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। कुछ प्रबंधक नवनियुक्त शिक्षकों को ज्वाइन कराने में हीलाहवाली कर रहें हैं। सह जिला विद्यालय निरीक्षक शिवपूजन द्विवेदी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्हाेंने ऐसे विद्यालयों ने नवनियुक्त शिक्षकों को तत्काल कार्यभार ग्रहण कराने का निर्देश दिया है। अन्यथा संबंधित प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
नवनियुक्त शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने में कुछ प्रबंधकों द्वारा हीलाहवाली को लेकर शासन भी गंभीर है। इस संबंध में सूबे के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से इसकी रिपोर्ट मांगी है। दूसरी ओर गत दिनों महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेस्ट हाउस में समीक्षा करते समय उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने भी वाराणसी मंडल के सभी डीआइओएस को आयोग से चयनित शिक्षकों को तत्काल ज्वाइन कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने ज्वाइन न कराने वाले प्रबंधक तंत्र के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उपमुख्यमंत्री के कड़े निर्देश के बाद भी कुछ प्रबंधकों द्वारा चयनित शिक्षकों को ज्वाइन कराने में हीलाहवाली गंभीर विषय है। हालांकि इस संबंध में चयनित शिक्षक खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। उन्हें डर है कि यदि डीआइओएस से शिकायत की तो बाद में प्रबंधक परेशान कर सकते हैं। ऐसे में वह प्रबंधकों के खिलाफ कोई शिकायत करने को तैयार नहीं हैं। इसके कारण डीआइओएस कार्यालय चाहकर भी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। दूसरी ओर शिक्षक नेता सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखा है। इसमें आयोग से चयनित शिक्षकों को तत्काल ज्वाइन कराने का अनुरोध किया है। पत्र में दावा किया गया है कि हरिश्चंद्र इंटर कालेज में आयोग से 21 शिक्षक चयनित हुए थे। वहीं अब तक महज छह शिक्षकों ने ही कार्यभार ग्रहण किया है। इसी प्रकार जनपद में अब तक 250 शिक्षक ही कार्यभार ग्रहण किए हैं।उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक से शासन की मंशा के अनुरूप ऐसे प्रबंधकों खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।