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ऋतुओं संग बदलते हैं यहां के शिवलिंग का रंग, अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने इस शिव मंदिर में की थी पूजा

गोपीगंज के तिलंगा गांव स्थित तिंगलेश्वरनाथ मंदिर इस अर्थ में अनोखा है कि यहां स्थापित शिवलिंग का वर्ष में तीन बार स्वत रंग परिवर्तन होता है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 25 Sep 2019 08:12 PM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 01:18 PM (IST)
ऋतुओं संग बदलते हैं यहां के शिवलिंग का रंग, अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने इस शिव मंदिर में की थी पूजा
ऋतुओं संग बदलते हैं यहां के शिवलिंग का रंग, अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने इस शिव मंदिर में की थी पूजा

भदोही, जेएनएन। अनगिनत आस्था-केंद्रों वाले हमारे विशाल देश में विशिष्टता वाले स्थल भी अनेक हैं लेकिन गोपीगंज के तिलंगा गांव स्थित तिंगलेश्वरनाथ मंदिर इस अर्थ में अनोखा है कि यहां स्थापित शिवलिंग का वर्ष में तीन बार स्वत: रंग परिवर्तन होता है। यह विशिष्टता इसे न केवल एक सर्वथा पृथक पहचान देती है बल्कि श्रद्धालुओं को विस्मित-विभोर भी करती चलती है।

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मान्यता है कि महाभारत काल में अपने अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने तिलंगा गांव से होकर गुजरे थे। उन्होंने यहां अपने विश्राम के दौरान अलौकिक एवं अद्वितीय शिवलिंग की विधि-विधान से स्थापना कराई थी। श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा के शिवलिंग का स्वरूप प्रत्येक चार माह में बदल जाता है। गर्मी ऋतु में बाबा का स्वरूप बिल्कुल चिकना एवं भूरा हो जाता है जबकि बारिश और जाड़े में शिवलिंग काला और हल्का भूरा हो जाता है। भक्त बताते हैं कि वसंत का प्रारंभ होते ही शिवलिंग से चपड़ा निकलने लगता है। इसे देखा तो जाता है लेकिन अभी तक किसी को शिवलिंग से निकला चपड़ा प्राप्त नहीं हो सका है। इसके बाद से शिवलिंग चिकना और भूरा हो जाता है। मान्यता है कि इस अलौकिक एवं अद्वितीय शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही मनुष्य को आपाधापी से मुक्ति मिल जाती है। यहां पर प्रत्येक दिन बाबा का दर्शन पूजन करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

कैसे पहुंचे बाबा के दरबार

बाबा के दरबार पहुंचने के लिए बहुत ही सुगम मार्ग है। सड़क मार्ग के साथ ही साथ रेलवे मार्ग से भी बाबा के दरबार तक पहुंच सकते हैं। हाइवे पर उतरकर पैदल ही तिलंगा गांव पहुंच सकते हैं। प्रयागराज और काशी से रेलमार्ग से भी ज्ञानपुर रोड उतरकर पैदल ही बाबा के यहां पहुंच सकते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए बराबर वाहन भी चलते रहते हैं।

धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर हर संभव प्रयास जारी

धार्मिक स्‍थलों के विकास के बारे में जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर हर समय आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। ग्राम पंचायतों के माध्यम से यहां पर पेयजल आदि की व्यवस्था किया जा सकता है। इसके अलावा भी प्रशासन की ओर से भी विकास को लेकर हर संभव प्रयास किया जाता है।

ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र ने कहा कि बाबा तिंगलेश्वरनाथ की महिमा निराली है। यहां पर आने वाले भक्तों के लिए पहले से ही सोलर वाटर पंप की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में अन्य विकास को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की जाएगी। भक्तों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।


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