सड़क पर हिचकोले खाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलाई सड़क से जुड़े विभागों की बैठक Varanasi news
मऊ में चुनावी जनसभा के दौरान ही अंधेरा होने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सड़क मार्ग से वाराणसी आना पड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। मऊ में चुनावी जनसभा के दौरान ही अंधेरा होने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सड़क मार्ग से वाराणसी आना पड़ा। लगभग सवा सौ किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन वाराणसी-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा कर मुख्यमंत्री को आमजन के कष्टों का अहसास हुआ। इस दौरान सीएम सड़क की हालत पर चिंतित दिखे। आम आदमी की तकलीफ को महसूस करते हुए उन्होंने वाराणसी से लौटने के बाद लखनऊ में गुरुवार की शाम 5.30 बजे सड़क निर्माण से संबंधित विभागों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया। इसमें प्रदेश की सड़कों को गढ्डा मुक्त किए जाने की स्थिति व भविष्य की कार्य योजना की समीक्षा करेंगे।
दरअसल, सभा शाम लगभग 5.42 पर समाप्त हो गई थी। अंधेरा होने के कारण हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सका और मुख्यमंत्री का काफिला मऊ से सड़क मार्ग से वाराणसी के लिए निकला। सड़क मार्ग से जाने पर पुलिस व प्रशासनिक महकमा हांफने लगा। गाजीपुर की सीमा में प्रवेश करते ही निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग पर उड़ती धूल में हेडलाइट के धुंधलेपन से काफिले की रफ्तार कम हो गई। आनन-फानन पुलिस व पीएसी के जवान सड़क के किनारे आ गए। पूरे रास्ते एक सौ से दो सौ मीटर की दूरी पर पुलिस के जवान खड़े रहे।
चट्टी-चौराहों पर सब इंस्पेक्टर सहित कई दर्जन पुलिस तैनात रहे। सभी बड़े व छोटे वाहनों को किनारे खड़ा करवा दिया जा रहा था। कुछ जगहों से पशुओं को हटाने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। सीएम के काफिले में करीब डेढ़ दर्जन वाहन शामिल थे। गाजीपुर के नवागत जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य मुख्यमंत्री के काफिले के काफी आगे-आगे चल रहे थे।