वाराणसी में दोपहर बाद बढ़ सकते हैं बादल, अरब सागर में उठे तूफान के कारण बने बादल
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि बादलों के बढ़ने के बाद मौसम में हल्की उमस हो सकती है जो एक-दो दिनों तक रहेगी। बादल अगर बढ़े तो 3- 4 दिसंबर तक हल्की बारिश भी हो सकती है या बादल छंट भी सकते हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। वाराणसी में फिलहाल ठंड में सामान्य गति से चल रही है। तापमान के स्तर पर बहुत कुछ बदलाव पिछले तीन दिनों से नहीं है। हवा भी शांत ही है, किंतु यह स्थिति ज्यादा समय तक रहने वाली नहीं, आसमान में दिख रहे बादलों के टुकड़े बुधवार की दोपहर बाद से बढ़ सकते हैं। ऐसा अरब सागर में उठे हल्के तूफान के असर के कारण होगा। फिलहाल बादलों का यह हल्का साया दिल्ली तक छाया है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि बादलों के बढ़ने के बाद मौसम में हल्की उमस हो सकती है जो एक-दो दिनों तक रहेगी। बादल अगर बढ़े तो 3- 4 दिसंबर तक हल्की बारिश भी हो सकती है या बादल छंट भी सकते हैं। अभी इस संभावना पर बहत बल नहीं दिया जा सकता। बारिश या बादलों के छंटने के बाद 5 -6 दिसंबर से ठंड में वृद्धि होने की भरपूर संभावना है। इसके बाद शीतलहर चलने की शुरुआत भी हो सकती है।
बहरहाल बुधवार को सुबह से आसमान प्राय: साफ ही है। बादलों के इक्का- दुक्का टुकड़े कहीं- कहीं नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में भोर के समय हल्का कोहरा देखा गया जो समय के साथ धूप बढ़ने के साथ कम होता गया। फिलहाल दृश्यता का कोई विशेष संकट नहीं है। बुधवार के दिन मौसम का तापमान भी बीते 2-3 दिन की भांति लगभग स्थिर रहने की ही संभावना है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि तापमान अधिकतम 27 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यृनतम 12-13 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास रहेगा। पिछले कई दिनों से शांत चल रही हवा के आज भी स्थिर ही रहने की संभावना है या फिर गति में भी मामूली फर्क पड़ सकता है।