BHU में आनलाइन और आफलाइन दोनों मोड में चलेंगी कक्षाएं, स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम खंड की कक्षाएं पहली सितंबर
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के अंतिम खंड की कक्षाएं पहली सितंबर से शुरू होगी। यूजीसी के निर्देश पर यूजी-पीजी की कक्षाएं हाईब्रिड (आनलाइन व आफलाइन) मोड में कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के अंतिम खंड की कक्षाएं पहली सितंबर से शुरू होगी। यूजीसी के निर्देश पर यूजी-पीजी की कक्षाएं हाईब्रिड (आनलाइन व आफलाइन) मोड में कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया गया है।
कार्यवाहक कुलपति प्रो. वीके शुक्ला की अध्यक्षता में सोमवार को निदेशकों, संकाय प्रमुखों, विभागाध्यक्षों, छात्रावास संरक्षकों व संस्था वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में शासन की गाइड लाइन का पालन करने हुए कक्षाएं संचालित करने की सहमति बनी। वहीं छात्रावास का आवंटन भी कोविड की गाइड लाइन का पालन करते हुए करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत एक कक्ष में एक छात्र को रहने की अनुमति दी जाएगी। बैठक में कुलसचिव डा. नीरज त्रिपाठी, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एमके सिंह, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी सहित अन्य लोग शामिल थे।
कुलपति ने किया दो पुस्तकों का विमोचन
बीएचयू के कार्यवाहक कुलपति प्रो. वीके शुक्ला ने सोमवार को सामाजिक विज्ञान संकाय के प्रमुख प्रो. कौशल किशोर मिश्र की दो पुस्तकों का विमोचन किया। रामचरित मानस में राम-राज्य नामक पुस्तक भारत की राजनीति परंपरा पर आधारित है। महात्मा गांधी, पं. मदन मोहन मालवीय, बाल गंगाधर तिलक ने राम-राज्य की अवधारणा को लोक-कल्याणकारी, सर्वहितकारी राज्य के रुप में स्वीकार किया है। वहीं बाल्मीकि रामायण में राम-राज्य में भारतीय लोकतंत्र की वैश्विक अवधारणा है। यह पुस्तक विचार की दृष्टि से एक-दम नवीन है। कुलपति कक्ष में आयोजित विमोचन समारोह में कुलसचिव नीरज त्रिपाठी, डा. अनूप कुमार मिश्र, प्रो. हेमंत मालवीय, प्रो. आनंद चौधरी, रामेश्वर मिश्रा, विजय सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
अफगानिस्तान छात्रों का किया स्वागत
बीएचयू के अंतरराष्ट्रीय छात्रावास में सोमवार को आयोजित सद्भावना कार्यक्रम में अफगानिस्तान के छात्रों का स्वागत किया गया। सम्मानित कर भारतीय छात्रों ने उनका मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया। सम्मानित करने वालों में मुख्य रूप से गृह विज्ञान विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रो. इंद्रा विशनोई, पूर्व छात्र राजेश कुमार सिंह, प्रो. डीसी कापरि, लघु उद्योग भारती काशी प्रांत के उद्यमी प्रो. हेमंत मालवीय सहित अन्य लोग शामिल थे। स्वागत व धन्यवाद प्रो. एसवीएस राजू ने किया।
विश्व शांति के लिए बीएचयू के प्रोफेसर ने शुरू किया जप
विश्व शांति के लिए बीएचयू के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डा. सुनील कुमार ने सोमवार से जप शुरू किया। विश्व के काल दोष निवारण के लिए परिसर स्थित रत्नेश्वर महादेव मंदिर में जप सात दिन तक चलेगा।