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वाराणसी नगर निगम की आमदनी 200 करोड़ रुपया बढ़ाने पर मंथन तेज, प्रशासन ने बनाई स्रोतों की सूची

नगर आयुक्त के निर्देश पर प्रभारी अधिकारी कर एवं करेत्तर पीके द्विवेदी ने आय बढ़ाने के स्रोतों पर विभागवार सूची तैयारी की है। बनाई गई सूची के आधार पर करीब 200 करोड़ राजस्व बढ़ाने के स्रोतों को टटोला गया है। उन अनछुए अनुभागों का प्रपोजल भी सामने लाया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 11:00 AM (IST)
वाराणसी नगर निगम की आमदनी 200 करोड़ रुपया बढ़ाने पर मंथन तेज, प्रशासन ने बनाई स्रोतों की सूची
प्रभारी अधिकारी कर एवं करेत्तर पीके द्विवेदी ने आय बढ़ाने के स्रोतों पर विभागवार सूची तैयारी की है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। शासन की मंशा के अनुरूप नगर निगम प्रशासन अपनी आय बढ़ाने के हर पहलुओं पर मंथन शुरू कर दिया है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद नगर निगम की बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उन हर संभावित व चालू आय के श्रोतों पर मंथन हो रहा है जिससे नगर निगम के राजस्व में इजाफा हो।

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नगर आयुक्त प्रणय सिंह के निर्देश पर प्रभारी अधिकारी कर एवं करेत्तर पीके द्विवेदी ने आय बढ़ाने के श्रोतों पर विभागवार सूची तैयारी की है। बनाई गई सूची के आधार पर करीब 200 करोड़ राजस्व बढ़ाने के स्रोतों को टटोला गया है। उन अनछुए अनुभागों का प्रपोजल भी सामने लाया गया है जिन पर नगर निगम खास ध्यान नहीं देता था, जबकि इन अनुभागों से नगर निगम को भारी-भरकम राजस्व मिल सकती है।

नगर निगम प्रशासन की ओर से जो प्रस्ताव तैयार हो रहा है उसमें विज्ञापन, गृहकर, राजस्व, पशुपालन, अनुज्ञप्ति व स्वास्थ्य विभाग प्रमुख रूप से हैं। इन विभागों से नगर निगम अपनी आय को बढ़ाएगा। कुछ ऐसे भी विभाग हैं जिन पर ध्यान नहीं देने से कायदे से वसूली नहीं हो पा रही थी जिससे नगर निगम का राजस्व प्रभावित हो रहा था। जैसे, शहरी क्षेत्र के शराब दुकानों के अलावा बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान, अस्पताल व नर्सिंग होम। इन पर सख्ती की जाएगी और वसूली के लिए जोनवार टीम बनाकर वसूली की जाएगी।

घर बैठे सभी तरह के कर जमा करने की सहूलियत : नगर निगम घर बैठ हर तरह के करों को जमा करने की सुविधा मुहैया कराने जा रहा है। इसके लिए कुछ बैंक सीएसआर फंड से तकनीकी जरूरतों को पूरा करने के लिए सामने आये हैं। उम्मीद है कि दो से तीन महीने के भीतर ऐसी सुविधाएं मयस्सर हो जाएंगी जिससे देश व दुनिया के किसी भी कोने में बैठा व्यक्ति अपनी हर तरह के टैक्स को आसानी से नगर निगम के कोष में जमाकर नगरीय सुविधाओं का लाभ पा सकेगा।


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