मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा - 'अब तो बलिया का नाम लेने से भी लग रहा डर'
रविवार को बलिया की रतसर कला की ग्राम प्रधान स्मृति सिंह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। मुख्यमंत्री ने शुरुआत में महिला प्रधान का परिचय लिया तो परिचय के दौरान मजाकिया लहजे में कहा कि अब तो बलिया का नाम लेने से भी डर लगता है।
बलिया, जेएनएन। 'महिला सुरक्षा सप्ताह' के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बलिया की रतसर कला की ग्राम प्रधान स्मृति सिंह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। मुख्यमंत्री ने शुरुआत में महिला प्रधान का परिचय लिया तो परिचय के दौरान मजाकिया लहजे में कहा कि 'अब तो बलिया का नाम लेने से भी डर लगता है'। सीएम की इस बात को सुनकर एनआइसी में मौजूद अधिकारियों के बीच गंभीर माहौल भी सामान्य हो गया। सीएम के इस मजाकिया लहजे को लेकर एक वीडियो भी रविवार की शाम से वायरल होने लगा जिसमें सीएम बलिया की महिला प्रधान से वार्ता के दौरान यह बात कहते हुए मुस्कुरा देते हैं, इस बात पर सभी अधिकारी भी हंसने लगते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधान स्मृति सिंह से गांव में कराए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी हासिल की आैर उनको आगे भी बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया।
प्राइमरी स्तर से ही जागरूक करने की जरूरत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में रतसर कला की प्रधान स्मृति सिंह ने अपनी ओर से किए गए कुछ विशेष कार्यों को बताया। इसकी सराहना मुख्यमंत्री ने की। प्रधान स्मृति ने कहा कि प्राइमरी लेवल से ही जागरूक करने की शुरुआत होनी चाहिए। इसलिए सभी प्रकार के हेल्पलाइन नंबर जैसे 1090, 1073, 112, 108 व 102 आदि के बारे में गांव में वॉल पेंटिंग कराई गई है। स्कूल में भी बकायदा सिंबल के साथ वॉल पेंटिंग हुई है और बच्चों को समझाया गया है। बताया कि मैं खुद समय-समय पर बच्चों के बीच जाती हूं और उन्हें सुरक्षा, स्वावलंबन व सशक्त बनने के प्रति जागरूक करते हुए प्रेरित करती हूे। इसी प्रकार स्कूल में विभिन्न क्षेत्रों में सशक्तिकरण का उदाहरण बनी महिलाओं के पोस्टर भी लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने स्मृति के इन कार्यों की सराहना करते हुए इसी तरह आगे भी बेहतर ढंग से कार्य करने को कहा।
चार महिला प्रधानों से वार्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश की चार महिला ग्राम प्रधानों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वार्ता की। इस दौरान बलिया की रतसर कला की ग्राम प्रधान स्मृति सिह ने अहम सुझाव दिए। विशेष रूप से उन्होंने मुख्यमंत्री से यह मांग की कि महिला हेल्पलाइन नंबरों पर भोजपुरी व बुंदेलखंडी भाषा का आप्शन जोड़ा जाए। इससे ग्रामीण क्षेत्र की कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को, जो हिन्दी नहीं बोल सकती हैं, उनको सहूलियत मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने गांव में कराए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी ली। कहा कि आपरेशन कायाकल्प के जरिए गांव के स्कूल को बेहतर करा दें। गांव में हर घर शौचालय हो और उसका प्रयोग हर कोई करें। खुले में शौचमुक्त गांव होना चाहिए। गांव में हर योजनाएं पात्रों तक पहुंचे। प्रधान स्मृति सिंह ने बताया कि स्कूल को बेहतर कराने के साथ ऐसी व्यवस्था की है जिससे गांव की इच्छुक महिलाएं काफी हुनर भी सीख सकती हैं। सुझाव देते हुए कहा कि महिला हेल्पलाइन व अन्य हेल्पलाइन नम्बरों पर भोजपुरी व बुंदेलखंडी भाषा का आप्शन होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने भी इस सुझाव को बेहतर बताते हुए ठोस पहल करने का भरोसा दिलाया।