मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर के बाद वाराणसी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजीपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री देने व हवाई सर्वेक्षण के लिए शुक्रवार को करीब तीन बजे पहुंचे।
वारणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गाजीपुर व वाराणसी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। राहत कार्यों के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश देने के साथ ही राहत सामग्री भी वितरीत की।
गाजीपुर में सीएम ने मुख्यम्ंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण व बांटी राहत सामाग्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को दोपहर बाद 2.50 बजे संत गंगारामदास बाबा उत्तर- माध्यमिक विद्यालय बयेपुर देवकली पहुंचे। वहां जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद विद्यालय में बने हेलीपैड से कार द्वारा संत गंगारामदास बाबा आश्रम बयेपुर पहुंचे। वहां योगी आदित्यनाथ, मंत्री नीलकंठ तिवारी, प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया।
गाजीपुर में कार्यक्रम स्थल को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पूरा जनपद बाढ़ से पीड़ित हैं। लोग घर छोड़ने के लिए मजबूर हैं। इन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को अलर्ट किया गया है। बाढ़ क्षेत्र में राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है और गांव-गांव में नौकाएं लगाई गई है। स्वास्थ्य की सुविधा के लिए चिकित्सकों को तैनात किया गया है। पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता किसानों के पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद इसके बाद हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ग्रस्त इलाके का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। जिले में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को जनपद दौरे पर पहुंचे। सीएम ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद बयेपुर देवकली में बाढ़ग्रस्त लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की। लोगों को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचाने से लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपने घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। बाढ़ से पीड़ित लोगो़ं तक राहत सामग्री पहुंचाई जाए। एक भी व्यक्ति छुटने न पाए। संत गंगारामदास आश्रम पर सीएम के साथ मंत्री नीलकंठ तिवारी, प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, एमएलसी विशाल सिंह चंचल आदि मौजूद रहे।
शुक्रवार को सुबह से तीखी धूप के बीच मुख्यमंत्री गाजीपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ बाढ़ खंड के अधिकारी से भी इस मामले में जानकारी ली। उन्होंने जिला प्रशासन को साफ निर्देश दिया कि किसी भी हालत में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही जिन परिवारों को जनहानि, पशु हानि, मकान हानि हुई हो उन्हें 12 घंटे के अंदर मुआवजा राशि उपलब्ध कराए जाएं।
24 घंटे के अंदर बाढ़ क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाएं, बोले सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के बाद गोयनका संस्कृत महाविद्यालय में लगाए गए बाढ़ राहत शिविर में राहत सामग्री वितरित करने के दौरान बाढ़ क्षेत्रों में 24 घण्टे के अंदर आवश्यक सामग्रियों के वितरण का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी ने शाम पांच बजे अस्सी घाट से एनडीआरएफ की रबर वोट से बाढ़ क्षेत्रों का हाल जाना। वहां से लौटने के बाद असि स्थित गोयनका संस्कृत महाविद्यालय में लगाए गए बाढ़ राहत शिविर में राहत सामग्रियों का वितरण किया। उन्होंने इस अवसर पर अपने हाथों से 51 में से तीन परिवारों को राहत सामग्री दी। इनमें मीरा देवी, सुनीता कश्यप और मदन मिश्र शामिल हैं। साथ ही गत 17 सितंबर को आकाशीय बिजली गिरने से मृत तीन महिलाओं के पतियों को चार-चार लाख का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान किया। इनमें कुंभापुर बड़ागांव की मृत बसीमा देवी के पति रामदास पाल, सिरोहरा, राजातालाब की मृत महिला संजू गुप्ता के पति बबलू राम गुप्ता व सातनपुर, राजा तालाब की मृत महिला सुमित्रा देवी के पति हरगेन पटेल ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के चंबल व बेतवा नदियों की बाढ़ के कारण गंगा में बाढ़ आ गयी है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। इस घड़ी मे केंद्र व राज्य सरकार आपके साथ में है। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री, नावों की व्यवस्था, पेयजल व राहत शिविरों में भोजन, दवा दूध आदि सभी आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराई जा रही है। बाढ़ क्षेत्रों व राहत शिविरों में किरोसिन , दवा का वितरण किया जा रहा है। पीएम के निर्देशन पर मैं यहां आया हूँ। आपदा की इस घड़ी में हम धैर्य के साथ कार्य करें। निर्देश दिया कि सभी क्षेत्रों में राहत के पैकेट 12 घण्टे में उपलब्ध करा दी जाएं। निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु चिकित्सा, दवा आदि आवश्यक वस्तुएं बाढ़ क 24 घण्टे के अंदर अवश्य उपलब्ध कराई जाए।। उन्होंने पीड़ित जनों के साथ सहयोगी की भूमिका में खड़ा होने का प्रशासन के लोगों को निर्देश दिया। इस अवसर पर प्रदेश के मंत्री अनिल राजभर, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंद्र नारायण सिंह, अवधेश सिंह केदार नाथ सिंह, जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी आदि उपस्थित थे।