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म्यांमार के अर्मी चीफ ने सारनाथ में किया भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष का दर्शन

म्यांमार सेना के आर्मी चीफ आफ‍िसर मिन आग लैंग अपने परिवार के 23 सदस्यीय दल के साथ बुधवार को सारनाथ स्थित पुरातात्विक खण्डहर परिसर में धमेख स्तूप की परिक्रमा करने पहुंचे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 12:57 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 09:47 PM (IST)
म्यांमार के अर्मी चीफ ने सारनाथ में किया भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष का दर्शन
म्यांमार के अर्मी चीफ ने सारनाथ में किया भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष का दर्शन

वाराणसी, जेएनएन। म्यांमार सेना के प्रधान सेनापति मिन आंग लाइंग अपने परिवार सहित बुधवार को सारनाथ पहुंचे। उनके साथ सेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। 23 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सबसे पहले पुरातात्विक खंडहर परिसर में धमेख स्तूप की परिक्रमा की। उसके बाद भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष का दर्शन-पूजन किया। प्रधान सेनापति अपनी पत्नी, पुत्र व पुत्रवधू के साथ सुबह 9.20 बजे पुरातात्विक खंडहर परिसर पहुंचे। यहां पर अधीक्षण पुरातत्वविद डा. नीरज सिन्हा व अवनीश ने दल का स्वागत किया। उसके बाद सभी को यहां के इतिहास और महत्व के बारे में जानकारी दी। सिगरा स्थित बर्मा बौद्ध मंदिर के प्रभारी भिक्षु यू. मंडला ने मंगल कामना के लिए धर्म चक्र सूत्र पाठ किया। उसके बाद दल के सदस्यों ने धमेख स्तूप के समक्ष 45 मिनट तक पूजा की और उसकी परिक्रमा की।
 

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आर्मी चीफ की धार्मिक यात्रा

आर्मी चीफ अपनी पत्नी दाव क्यो क्यो हला, पुत्र- पुत्रवधु सहित 23 सदस्यीय दल के साथ सुबह 9.20 बजे पुरातात्विक खण्डहर परिसर पहुंचे। परिसर में अधीक्षण पुरातत्व विद डॉ. नीरज सिन्हा व अवनीश ने स्वागत किया। उन्होंने यहां के इतिहास व काल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। ततपश्चात धर्म राजिका स्तूप पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष बैठे जहां सिगरा स्थित वर्मा बौद्ध मंदिर के प्रभारी भिक्षु यू. मंडला ने विधिवत मंगल कामना हेतु धर्म चक्र सूत्र पाठ कराया। वहां से धमेख स्तूप के समक्ष 45 मिनट तक पूजा कर स्तूप की परिक्रमा करने के बाद सीधे मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर पहुंचे।

सुरक्षा के भी इंतजाम

यहां पर विहाराधिपति भिक्षु के मेधानकर थेरो ने विधिवत दीप जलाकर दर्शन पूजन करने के बाद भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थि अवशेष को नमन किया। इसके पूर्व चौखंडी स्तूप पर पूजन अर्चन कर ऐतिहासिक जानकारी ली। इस दौरान म्‍यांमार के दल ने लगभग दो घण्टे तक भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान भिक्षु सुदर्शन, भिक्षु बी विशुधा, शिव शंकर सेन सहित सैन्य अधिकारी व सुरक्षा के लिए पुलिस बल के लोग भी शामिल थे।

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