Chhath Puja 2020 : भगवान राम और माता सीता ने भी किया था छठ, मान्यता के लिए रामेश्वर वरुणा घाट पर भी पूजा
Chhath Puja in varanasi रामेश्वरम की ही भांति मान्यता को लेकर आस्थावानों की भीड़ उमड़ती है। छठ पूजा भगवान राम और सीता ने भी किया था लिहाजा यहां पर वरुणा तट में लोक आस्था के पर्व छठ पूजन का भी विधान माना गया है।
वाराणसी, जेएनएन। काशी में भगवान राम ने रामेश्वरम की ही भांति वरुणा की रेत से शिवलिंग की स्थापना की थी। लिहाजा आज भी यहां रामेश्वरम की ही भांति मान्यता को लेकर आस्थावानों की भीड़ उमड़ती है। छठ पूजा भगवान राम और सीता ने भी किया था लिहाजा यहां पर वरुणा तट में छठ पूजन का भी विधान माना गया है।
भगवान भाष्कर की पूजा का त्योहार डाला छठ के दिन शनिवार को रामेश्वर वरुणा घाट पर सैकड़ों महिलाओं ने नदी के पानी मे खड़े होकर भगवान सूर्य का कठिन व्रत रखते हए विधि विधान से पूजा किया। पूजा सामग्रियों को सूूप में रखकर वरुणा तट की ओर भोर से ही गाजे-बाजे के साथ जाने वालों का क्रम लगा रहा। इस अवसर पर मेला जैसा दृश्य बना रहा।आतिशबाजी करते हुए युवाओ की टोली आगे -आगे चलती रही। महिलाएं अपने घरों से हाथ में दीपक व घर के लोग सिर पर प्रसाद की गठरी लेकर चलते दिखे।
क्षेत्र के रामेश्वर, रसूलपुर,कोइरीपुर, बरेमा, परसीपुर ,जगापट्टी ,पेड़ूका,भटौली, इंदरखापुर, चक्का सहित हरहुआ क्षेत्र के आयर, वीरापट्टी, बेलवरिया, लमही, पुआरी कला, मुरदहा गांवों की महिलाओंं ने नदी, तालाब, नहर में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन किया। स्वैच्छिक संगठन, युवा क्लब और श्री युगल बिहारी इंटर कालेज रामेश्वर के ओर से बरती लोगो की सेवा की गई। रामेश्वर घाट पर सुरक्षा के लिए एसओ जंसा सतीश सिंह, रामेश्वर चौकी प्रभारी शाबान सहित पुलिस बल डटी रही। पुलिस बल ने रामेश्वर बाजार में आने वाली हर दो पहिया, चार पहिया वाहन की रोककर नए पुल से पास कराया। वहीं घाट पर अनावश्यक भीड़ न लगे और मास्क व गमछे से नाक मुंह ढकने के बाद ही घाट पर जाने की अनुमति दी। कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन कराते रहे।