कोल व्यवसायी से रुपये गबन के मामले में डोभी के पूर्व ब्लाक प्रमुख को चंदौली पुलिस ने किया गिरफ्तार
जौनपुर के डोभी ब्लाक के पूर्व ब्लाक प्रमुख को रुपये गबन करने के मामले में मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने रविवार को चंदवक से गिरफ्तार किया।
चंदौली, जेएनएन। जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र के डोभी ब्लाक के पूर्व ब्लाक प्रमुख को रुपये गबन करने के मामले में मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने रविवार को चंदवक से गिरफ्तार किया। नगर के कोल व्यवसायी ने पूर्व ब्लाक प्रमुख पर 58 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगाया था। तीन
माह पूर्व ही शिवशंकर यादव को अविश्वास प्रस्ताव लाकर ब्लाक प्रमुख से हटाया गया था। कोल व्यवसायी ने जनवरी माह में ही मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर दी थी। पांच माह बाद वारंट जारी कर गिरफ्तारी की गई है। पूर्व ब्लाक प्रमुख ने 58 लाख रुपये के बकाये का 55 लाख रुपये का फर्जी चेक व्यापारी को दिया था। जब जानकारी हुई तो फिर से तगादा शुरू कर दिया गया। बात यहां तक बिगड़ गई थी कि रुपये मांगने जाने वाले कर्मचारियों को पूर्व ब्लाक प्रमुख रिवाल्वर की गोलियां गिनाने लगता था। हालांकि अब गिरफ्तारी के बाद व्यापारी में रुपये मिलने की उम्मीद जगी है।
दुलहीपुर चंधासी कोल मंडी के व्यवसाई सुशील मित्तल अपने फर्म चंधासी का 58 लाख रुपये शिव शक्ति ईंट उद्योग जौनपुर के चंदवक थाना अंतर्गत रामदेवपुर निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवशंकर यादव के यहां कई महीनों से बाकी था। सुशील मित्तल अपने कर्मचारी को तगादा के लिए शिवनाथ के घर भेजे तो उन्होंने पैसा तो नहीं दिया लेकिन पिस्टल निकालकर जान मारने की धमकी देने लगा। कर्मचारियों ने मामले की जानकारी व्यवसायी को दी। व्यापारी नितिन मित्तल व सुशील मित्तल ने कोतवाली में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। सुशील मित्तल ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से कोयले का कारोबार चल रहा था। मगर जब ज्यादा पैसा हो गया तो वह बेईमानी की नियत से पैसा देने में हीलाहवाली होने लगी। रिपोर्ट देने के कुछ दिन बाद उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट कट गया जिस पर चंधासी पुलिस चौकी प्रभारी मनोज तिवारी के नेतृत्व में एसआई राजकुमार पांडेय सहित पूरे दलबल के साथ जौनपुर स्थित उसके घर पहुंचकर गिरफ्तारी की। कोतवाल शिवानंद मिश्रा ने बताया कि गैर जमानती वारंट पर जालसाज को उसके घर से गिरफ्तार कर विभिन्न धाराओं में जेल भेज दिया गया।
चेक व खाते का नंबर अलग अलग, हस्ताक्षर भी बदला
कोल व्यापारी के 58 लाख रुपये के बकाये में पूर्व ब्लाक प्रमुख ने 55 लाख रुपये का चेक काटा था। जब व्यापारी ने चेक देखा तो उसके होश उड़ गए। चेक पर नंबर कोई और था और खाते का नंबर भी कुछ और था। यहां तक कि चेक पर किया गया हस्ताक्षर भी दूसरे व्यक्ति का था। इसके बाद व्यापारी ने पूरे प्रकरण की कहानी पुलिस को बताई।