वाराणसी में भी बन रहे हैं बारिश के आसार, खिली धूप ने दी मौसम से राहत
मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि बादलों के बढ़ने के बाद मौसम में हल्की उमस हो सकती है जो एक-दो दिनों तक रहेगी। प्रसिद्ध मौसम विभाग प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि एक तूफान आंध्र प्रदेश व ओडिशा के समुद्र तट से टकरा रहा है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। दो दिनों से मौसम ने पलटी मार दी है। बुधवार को भी दिन में बादलों का डेरा था। इसके साथ ही गुरुवार को भी लोग धूप के लिए तरस गए। शुक्रवार को बादलों का डेरा कम हो गया। धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस किया। वहीं आंध्र प्रदेश व ओडिशा के समुद्र तट से एक तूफान जवाद टकरा रहा है। इसका असर होगा कि वाराणसी एवं आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं इसके बाद जब आसमान से बादल छटेगा तो गलन बढ़ जाएगी। गुरुवार को आसमान में पूरे दिन बादल छाए रहे। कभी-कभार हल्की धूप हो रही थी। इसके कारण ठंड भी बढ़ी थी। ठंड को लेकर लोग भी सतर्क दिखे।
वैसे कुछ दिनों से हवा भी शांत ही है, किंतु यह स्थिति ज्यादा समय तक रहने वाली नहीं है। ऐसा अरब सागर में उठे हल्के तूफान के असर के कारण होगा। फिलहाल बादलों का यह हल्का साया दिल्ली तक छाया है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव बताते हैं कि बादलों के बढ़ने के बाद मौसम में हल्की उमस हो सकती है जो एक-दो दिनों तक रहेगी। प्रसिद्ध मौसम विभाग प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि एक तूफान आंध्र प्रदेश व ओडिशा के समुद्र तट से टकरा रहा है। इसके कारण कुछ दिनों में हल्की बारिश हो सकती है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल व अन्य हिमालयी क्षेत्र से बर्फीली उत्तर-पश्चिमी हवा भी आ रही है। इसके कारण ठंड बढ़ी है। हालांकि जमीन पर पुरवा हवा का डेरा है। इससे आसमान में बादल छाऐ हैं। बुधवार को जहां अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस व न्यृनतम 11.9 डिग्री सेल्सियस था। वहीं गुरुवार को घटक्र 25.0 व 11.0 डिग्री सेल्सियस हो गया था। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डा. कालिका सिंह ने बताया कि गुरुवार को प्रदूषण का स्तर सुबह में 247 व शाम चार बजे 262 तक पहुंचा था।
तिथि अधिकतम पारा न्यूनतम पारा
दो दिसंबर 25.0 11.0
एक दिसंबर 26.6 11.9
20 नवंबर 26.5 10.8
29 नवंबर 27.4 10.6
28 नवंबर 27.0 10.8