परिषदीय विद्यालय में केंद्रीयकृत किचन की थाली बच्चों से अब भी दूर, 381 लाख रुपये तीसरी किस्त जारी
कोरोना महामारी के चलते अर्दली बाजार स्थित एलटी कालेज में केंद्रीयकृत किचन निर्माण भी प्रभावित हुआ है। डीएम के निर्देश के बावजूद दिसंबर तक केंद्रीयकृत किचेन पूरा नहीं हो सका है। अब केंद्रीयकृत किचेन का निर्माण मार्च 2021 तक पूरा होने की संभावना है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते अर्दली बाजार स्थित एलटी कालेज में केंद्रीयकृत किचन निर्माण भी प्रभावित हुआ है। डीएम के निर्देश के बावजूद दिसंबर तक केंद्रीयकृत किचेन पूरा नहीं हो सका है। अब केंद्रीयकृत किचेन का निर्माण मार्च 2021 तक पूरा होने की संभावना है। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों को अब अगले वर्ष ही मध्याह्न भोजन बनवाने से मुक्ति मिलने संभावना है।
अक्षय पात्र फाउंडेशन ने करीब 50 करोड़ की लागत से अर्दली बाजार स्थित एलटी कालेज में केंद्रीयकृत किचन बनाने का कार्य अगस्त 2018 से शुरू हुआ था। किचन के लिए शासन ने दो किस्तों में अब तक पांच करोड़ रुपये की धनराशि ही तक प्राप्त हुई है। डीएम ने किचन उपकरण मद में मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण के निदेशक व बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को 621.21 लाख रुपये जारी करने के लिए पत्र भेजा था। 381 लाख रुपये तीसरी किस्त शासन ने हाल में ही जारी की है। ऐसे में किचन निर्माण के कार्य में एक बार फिर तेजी आ गई है।
चावल बनाने के लिए राइस कालो ड्रम, दाल बनाने के लिए दाल कालो ड्रम, सब्जी काटने, छिलने व धोने का यंत्र इसी माह के अंत तक आने की उम्मीद है। चावल और दाल बनाने की एक मशीन की कीमत करीब पांच करोड़ रुपये है। ऐसे ही रोटी बनाने की मशीन की कीमत करीब पचास लाख है। यह मशीन एक घंटे में करीब एक लाख रोटियां बनाएगी। चूल्हे का बर्नर लेबनान से आ रहा है। दाे एकड़ भूमि में बन रहे केंद्रीयकृत किचन क्षमता एक बार में एक लाख बच्चों के लिए भोजन बनाने की है।