Move to Jagran APP

केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ में पुरातन छात्र समागम में बौद्ध विचार और दर्शन पर मंथन

केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ के पूर्व निदेशक प्रो. एस. रिनपोछे ने कहा कि वास्तविक सुख को प्राप्त करने के लिए मनुष्य का जन्म बहुत ही महत्वपूर्ण है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 05:30 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 05:32 PM (IST)
केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ में पुरातन छात्र समागम में बौद्ध विचार और दर्शन पर मंथन
केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ में पुरातन छात्र समागम में बौद्ध विचार और दर्शन पर मंथन

वाराणसी, जेएनएन। केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ के पूर्व निदेशक प्रो. एस. रिनपोछे ने कहा कि वास्तविक सुख को प्राप्त करने के लिए मनुष्य का जन्म बहुत ही महत्वपूर्ण है। समस्त मनुष्यों में उस अंतिम महासुख को प्राप्त करने के लिए विशेष सामर्थ्य निहित है। उक्त प्रवचन सारनाथ के केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय पुरातन छात्र समागम के दूसरे दिन रविवार को छात्र एंव बौद्ध विद्वानों को प्रवचन में कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि हमारे अंदर उस शक्ति को पहचानते हुए सर्व प्रथम वैराग्यता के साथ बोधि चित को उत्‍पन्न करना चाहिए। बोधि चित का अर्थात की जो सम्पूर्ण विश्व कल्याण करे, तो इस बोधि चित की प्राप्ति के साथ ही हमे अपने चित्त शोधन प्रक्रिया को प्रारम्भ करना चाहिए। सम्पूर्ण विश्व समाज में शांति के लिए अच्छे गुणों का सवर्धन बहुत ही आवश्यक है। इसी से सम्पूर्ण विश्व में शांति स्थापित किया जा सकता है। इस मौके पर निदेशक प्रो. नवांग समतेन, डॉ. ताशी सम्फेल, प्रो. वांगचुक दोरजे, गेशे लोबसांग, प्रो. रमेश चन्द नेगी  टशी छेरिंग, सहित छात्र छात्राए शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.