CBSE 12th Result 2020 Declared चंदाली में आर्या वर्मा ने किया टाॅप, 98.4 फीसद अंक प्राप्त किया
चंदौली में सनबीम स्कूल की आर्या वर्मा 98.4 प्रतिशत नंबर लाकर जनपद की टापर बनीं। जबकि सनबीम की ही श्रेया 97.6 प्रतिशत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहीं।
चंदौली, जेएनएन। सीबीएसई बोर्ड में इस बार छात्राआें ने बाजी मारी। सनबीम स्कूल की आर्या वर्मा 98.4 प्रतिशत नंबर लाकर जनपद की टापर बनीं। जबकि सनबीम की ही श्रेया 97.6 प्रतिशत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहीं और रितिक गुप्ता 96.8 प्रतिशत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। वहीं इसी विद्यालय की उत्कर्षनी 96.6 अंक से चौथे और रजत अग्रहरि 96.4 अंक पाकर पांचवें स्थान पर रहे। रिजल्ट आने के बाद विद्यालय परिवार खुशी से झूम उठा। विद्यालय में सफल छात्रों को मिठाई खिलाई मुंह मीठा कराया गया और शिक्षकों ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उधर लक्ष्मी पब्लिक स्कूल की प्रीति चटर्जी ने 95.4, सुनील श्रीवास्तव ने 95 प्रतिशत, अखिलेश मौर्या ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किया। इस बार भी सनबीम स्कूल का ही दबदबा रहा।
400 छात्रों का परिणाम नहीं हुआ जारी, करना पड़ेगा इंतजार
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए लेकिन चार सौ छात्रों को अपने रिजल्ट के लिए थोड़ा समय इंतजार करना पड़ेगा। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि परिणाम जारी करने के लिए आंतरिक परीक्षाओं के मूल्यांकन को आधार बनाया गया था। लेकिन, करीब 400 ऐसे छात्र हैं जिनका आंतरिक मूल्यांकन अभी तक नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने बताया कि इसी वजह से अभी 400 छात्रों का रिजल्ट सोमवार को जारी नहीं किया गया। मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी होते ही इन छात्रों का परिणाम भी जारी कर दिया जाएगा। इस साल आंतरिक मुल्यांकन के आधार पर 400 छात्रों का परिणाम नहीं जारी किया है।
छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन बीते वर्ष की तुलना में इस बार बेहतर
उत्तर प्रदेश के छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन बीते वर्ष की तुलना में इस बार बेहतर है। सीबीएसई की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हुई थी। हालांकि परीक्षा की शुरूआत वोकेशनल विषयों हुई थी। दसवीं की परीक्षाएं 20 मार्च को व बारहवीं की परीक्षा 30 मार्च को समाप्त होने वाली थी। वहीं कोरोना माहामारी के चलते सीबीएसई ने 19 मार्च से 30 मार्च परीक्षाएं स्थगित कर दी। हालांकि हाईस्कूल में जनपद के सभी परीक्षार्थियों की परीक्षाएं हो चुकी थी। इंटर में 20 फीसद परीक्षार्थियों का तीन पेपर, 30 फीसद परीक्षार्थियों का दो पेपर तथा 30 फीसद परीक्षार्थियों का सिर्फ एक पेपर रह गया था।
पहली जुलाई से अवशेष परीक्षा कराना था, विरोध के चलते नहीं हुआ
सीबीएसई ने पहली जुलाई से अवशेष परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया था लेकिन अभिभावकों के विरोध के चलते सीबीएसई को शेष परीक्षाएं कराने का निर्णय भी वापस लेना पड़ा। अब इन पेपरों में परीक्षार्थियों को प्री-बोर्ड एग्जाम व आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर मुख्य परीक्षा में औसत अंक दिया जाएगा। ऐसे में इंटर के परीक्षार्थी परीक्षा परिणाम को लेकर ज्यादा ङ्क्षचतित हैं। इस बार कैसा होगा रिजल्ट इसे लेकर तमाम परीक्षार्थी संशकित है।