वाराणसी में दो लोगों की हत्या की जांच सीबीआइ के हवाले, तीन थानों की पुलिस पर हत्या का आरोप
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी चौक जैतपुर व पांडेयपुर पुलिस पर दो लोगों शुभम केशरी व रवि पांडेय को पकड़कर हत्या करने के आरोप की जांच सीबीआइ को सौंप दी है। कोर्ट ने एसएसपी वाराणसी की ओर से कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश पर नाराजगी जताई है।
वाराणसी/ प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी चौक, जैतपुर व पांडेयपुर पुलिस पर दो लोगों शुभम केशरी व रवि पांडेय को पकड़कर हत्या करने के आरोप की जांच सीबीआइ को सौंप दी है। कोर्ट ने एसएसपी वाराणसी की ओर से कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने एसआइटी को हत्या केस की जांच तुरंत सीबीआइ को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। सीबीआइ से हत्या के पीछे का सच सामने लाने के लिए तेजी से जांच करके 19 फरवरी को प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
यह आदेश न्यायमूॢत एसपी केशरवानी व न्यायमूॢत शमीम अहमद की खंडपीठ ने शिवम केशरी व अन्य की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर दिया है। याचिका पर सीबीआइ के वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश व संजय यादव ने भी पक्ष रखा। याची ने वाराणसी चौक, जैतपुर व पांडेयपुर थाना पुलिस पर चौक निवासी गौरव निगम व सुनील निगम की मिलीभगत से याची के भाई शुभम केशरी व उसके दोस्त रवि पांडेय को पकड़कर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। याची के अधिवक्ता रणविजय सिंह का कहना है कि 22 दिसंबर 2020 को तीन थानों की पुलिस ने मोटरसाइकिल से आ रहे शुभम केशरी व रवि पांडेय को पकड़ा।
याची ने एसएसपी, डीएम को 26 दिसंबर को पत्र लिखकर पुलिस पर उसके भाई व दोस्त को फंसाने की आशंका जाहिर करते हुए रिहाई की मांग की थी। चौक पुलिस की संदिग्ध भूमिका की शिकायत डीजीपी से भी की। उसने पुलिस पर भाई का अपहरण करने का आरोप लगाया, क्योंकि पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की बात से इन्कार कर दिया था। इसकी एफआइआर भी नहीं दर्ज की गई।
याची ने पुलिस की अवैध निरुद्धि से मुक्ति की मांग में हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने एसएसपी से लापता याची शुभम केशरी को पेश करने का निर्देश देते हुए हलफनामा मांगा। साथ ही प्रभारी एसएसपी श्रवण कुमार सिंह के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने हलफनामा दाखिल कर न केवल कोर्ट को गुमराह किया, बल्कि विवेचना को गलत दिशा दी है। हलफनामे में कहा गया कि लापता याची अपराधी हैं और पैरोल पर हैं और जेल जाने से बचने के लिए लापता हैं। इसी बीच मीरजापुर के अहरौरा थाना क्षेत्र में दो लाशें मिलीं, जिनकी हत्या की एफआइआर 18 जनवरी 2021 को मीरजापुर में दर्ज की गई। एफआइआर को वाराणसी कोतवाली स्थानांतरित किया गया है।