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बेसहारा मवेशियों को लेकर जिला प्रशासन उदासीन, बर्बाद हो रही किसानों की खेती के बीच बेजुबान पशु स्कूल में हो रहे कैद

बेसहारा मवेशियों से आजिज आए गांव के किसानों का धैर्य टूट चुका है। गाढ़ी मेहनत कर तैयार फसल को बर्बाद होते नहीं देख पा रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 07:38 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 08:00 AM (IST)
बेसहारा मवेशियों को लेकर जिला प्रशासन उदासीन, बर्बाद हो रही किसानों की खेती के बीच बेजुबान पशु स्कूल में हो रहे कैद
बेसहारा मवेशियों को लेकर जिला प्रशासन उदासीन, बर्बाद हो रही किसानों की खेती के बीच बेजुबान पशु स्कूल में हो रहे कैद

भदोही, जेएनएन। बेसहारा मवेशियों से आजिज आए गांव के किसानों का धैर्य टूट चुका है। गाढ़ी मेहनत कर तैयार फसल को बर्बाद होते नहीं देख पा रहे हैं। इससे आक्रोशित ग्रामीण गुरुवार को दर्जनों की संख्या में मवेशियों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमिलौर के परिसर में बंद कर दिया। स्कूल पहुंचे बच्चों और शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ी। मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के आक्रोश के सामने वापस होना पड़ा। गांव के लोग लाठी-डंडा से लैस होकर देर रात तक परिसर के आस-पास भ्रमण करते रहे। जानकारी के बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचे।

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जिला प्रशासन की ओर से बेसहरा मवेशियों के लिए कोई व्यवस्था अभी तक नहीं किया जा सका है। महराजगंज में कई अधिकारियों पर गाज गिरने के बाद भी अधिकारियों के रवैया में बदला नहीं हो रहा है। अभी तक अस्थायी आश्रय स्थल का निर्माण पूर्ण नहीं कराया जा सका है। इसके कारण हजारों की संख्या में जहां-तहां किसानों की गाढ़ी कमाई को मिट्टी मे मिला दे रहे हैं। किसान खून के आंसू रो रहे हैं। आक्रोशित किसान बेसहारा मवेशियों को पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में कैद कर दिया। परिसर के अंदर बच्चे और शिक्षक भी फंसे रहे। बच्चे और शिक्षक तो किसी तरह निकल गए लेकिन मवेशी अभी भी परिसर के अंदर ही बंद किए गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस से किसानों के बीच नोकझोंक भी हुई।

किसान संतोष तिवारी, दीपक तिवारी, श्याम जी यादव, गंगाधर, विनोद, अच्छेलाल, अरुण तिवारी, ओमप्रकाश तिवारी आदि ने आरेाप लगाया कि किसानों ने खेत में कड़ी मेहनत कर खून पसीना बहाते हैं। पलक झपकते ही दिन हो या रात बेसहारा मवेशी उनके खेतों को रौंदकर फसलों को नष्ट कर दे रहे हैं। कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने कर्ज लेकर खेती किया है। वह तो पूरी तरह बर्बाद हो जा रहे हैं। शासन के सख्त निर्देश के बाद भी प्रशासन की आंख नहीं खुल रही है। आक्रोशित ग्रामीण उच्चाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे थे। देर शाम तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे।

बोले अधिकारी : मामला संज्ञान में है। मवेशियों को शिफ्ट करने के लिए खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया है। शाम तक सभी मवेशियों को सिफ्ट कर दिया गया है। इसके बाद भी ग्रामीणों की शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -राजेंद्र प्रसाद, जिलाधिकारी।


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